गिरदावारी की मांग, फसल खराबे का मुआवजा मांगा
वाग्धरा द्वारा निर्मित जनजातीय विकास मंच के सदस्यों ने कलेक्टर अंकित कुमारसिंह को ज्ञापन देकर अतिवृष्टि से खरीफ की फसल खराबे की गिरदावरी कराने और मुआवजा देने की मांग की है। ज्ञापन में बताया कि वाग्धारा संस्थान द्वारा जनजातीय समुदाय के उत्थान और विकास के लिए घाटोल, कुशलगढ़, सज्जनगढ़, गांगड़तलाई, आनंदपुरी ब्लॉक के किसान पहले से ही कोरोना महामारी के दुष्प्रभावों से प्रभावित है, जिसके चलते आर्थिक हालात खराब हो रहे हैं, किसानांे को आस बंधी थी कि उनको खरीफ की फसल से अच्छा उत्पादन होगा, जिससे आर्थिक हालात सुधरेगे, लेकिन अतिवृष्टि से खरीफ की फसल मक्का, सोयाबीन, उड़द, मूंग,
तिल आदि या तो गिर गई या खड़ी फसल मंे कीड़े लगने से खराब हो गई। इसके परिणाम स्वरूप उत्पादन बहुत कम होने की आशंका है। इससे कई किसान कर्ज के बोझ तले दब जाएंगे। किसान के पास आमदनी का दूसरा कोई साधन नहीं है, ऐसी स्थिति मंे 780 गावांे मंे जनजातीय स्वराज संगठन के सदस्यांे के द्वारा ब्लाॅक स्तर पर बातचीत कर फसल खराबे की गिरदावरी करवाने एव समय पर मुआवजा दिलवाने की मांग
करते हुए जनजातीय विकास मंच के सदस्यों ने कलेक्टर को ज्ञापन दिया। ज्ञापन के दौरान थीम लीडर सच्चा स्वराज परमेश पाटीदार, परियोजना अधिकारी धनराज, बाबूलाल, कोल्लुल एंव जनजातीय स्वराज संगठन सदस्य मोहन लाल, कैलाशचंद्र, मानसिंह, रेशम पारगी, शंकरलाल, सीता देवी, रजनी देवी आदि शामिल थे।