साढ़े तीन साल पुराने मामले में कोर्ट का फैसला: भाई की लट्ठ मार हत्या करने वाले को सात साल की कैद
तभी, काका रुपा पुत्र राजिया उसके घर पिताजी को गालीगलौज करते हुए आया। इस पर पिताजी बाहर निकले और बोले कि कौन चिल्ला रहा है। ऐसा कहने पर काका रूपा लौट गया, लेकिन 15 मिनट बाद दोबारा आया और गालीगलौज करता आंगन में आया। काका के हाथ में बांस के गांठ वाला लट्ठ था। पिता को देखते ही सिर में दो-चार लट्ठ मारे। इससे वह गिर पड़े। फिर भी काका ने सिर व सीने पर लट्ठ मारे। बीच बचाव करने पर गालीगलौज करने लगे। चिल्लाने पर बाबा का बेटा सूर्या आ गया, जिसे देखकर काका भाग गए। बाद में पिताजी को छोटी सरवन अस्पताल ले गए।
जहां जांच के बाद डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। रिपोर्ट में आरोप लगाया था कि काका ने पुराने जमीन विवाद के चलते पिता पर हमला किया। अपरलोक अभियोजक शाहिद खान पठान ने बताया कि कोर्ट ने मामले के विवेचन से हत्या की जगह आपराधिक मानव वध माना। पीठासीन अधिकारी नवीन कुमार चौधरी ने 7 वर्ष कठोर कारावास और आर्थिक दंड की सजा सुनाई।