परतापुर में धर्मातरण करवाया, पांच संदिग्ध गिरफ्तार
यह घटना परतापुर कस्बे के संतपुरा मोहल्ले की है, जहां धर्म परिवर्तन कराने का आरोप पांच संदिग्धों पर लगाया गया है।
घटना का विस्तृत विवरण:
धर्म परिवर्तन का आरोप:
- सज्जनगढ़ क्षेत्र के इटाला गांव से आए पांच व्यक्तियों पर आरोप है कि उन्होंने हिंदू समुदाय के लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए प्रलोभन दिया।
- प्रलोभन में शामिल थे:
- 1-1 लाख रुपये
- राशन और कपड़े
- धार्मिक लाभों का वादा।
- संदिग्धों ने ईसा मसीह की शरण में आने का दबाव बनाते हुए हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ अपमानजनक भाषा का भी इस्तेमाल किया।
घटनास्थल पर गतिविधियां:
- संदिग्ध लोग रात 12 बजे के करीब संतपुरा मोहल्ले में प्रार्थना करवा रहे थे।
- मौके पर बाइबिल और ईसा मसीह की तस्वीरें बांटी जा रही थीं।
- एक व्यक्ति ने खुद को पादरी बताते हुए धर्मांतरण प्रक्रिया चलाई।
हस्तक्षेप और गिरफ्तारी:
- विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को घटना की सूचना मिली।
- मौके पर पहुंचकर उन्होंने संदिग्धों को पकड़कर गढ़ी पुलिस के हवाले कर दिया।
- पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और पांचों व्यक्तियों को गिरफ्तार किया:
- तोलसिंह पुत्र ज्योति गरासिया
- सा पुत्र पितर
- पप्पू पुत्र हमारमाल
- पुत्र बादरा गरासिया
- मकन सिंह पुत्र कमजी गरासिया
आरोपों के अनुसार दिए गए बयान:
- मोटाभाई उर्फ शंकर पुत्र लवजी ने लिखित शिकायत दर्ज करवाई।
- प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मौके पर मौजूद व्यक्ति ने:
- लोगों को धमकाया और ईसाई धर्म अपनाने का दबाव बनाया।
- हिंदू धर्म के देवी-देवताओं के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणियां कीं।
- प्रार्थना के दौरान धर्म परिवर्तन के लिए धमकी और प्रलोभन दोनों का इस्तेमाल किया गया।
पुलिस कार्रवाई:
- पुलिस ने घटना स्थल पर पहुंचकर जांच शुरू की।
- जांच अधिकारी एएसआई जयपाल सिंह ने बताया कि मौके से संदिग्ध गिरफ्तार पांच संदिग्धों से पूछताछ जारी है।
- पुलिस यह पता लगा रही है:
- संदिग्धों ने धर्म परिवर्तन की कोशिश क्यों की?
- वे रात के समय परतापुर क्यों आए थे?
- जिन लोगों का कथित तौर पर धर्म परिवर्तन कराया गया, उनके नाम और स्थिति की जांच की जा रही है।
शिकायतकर्ता और समर्थन:
- शिकायतकर्ता: मोटाभाई उर्फ शंकर पुत्र लवजी
- हस्ताक्षरकर्ता:
- धुलजी डाबी
- प्रकाश चंद्र
- निर्माल पाटीदार
- आशीष पटेल
- अजीत सिंह बजरंगी
- दिनेश चंद्र
- भरतनाथ रावल
प्रभाव और संभावित परिणाम:
- यह घटना धर्म परिवर्तन के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ाती है।
- आरोपों की पुष्टि के लिए निष्पक्ष जांच आवश्यक है।
- घटना के सत्यता की पुष्टि के बाद उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।