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एनिकटाें का निर्माण:जल संसाधान विभाग के चार एनिकट माही विभाग बनाएगा

Banswara
एनिकटाें का निर्माण:जल संसाधान विभाग के चार एनिकट माही विभाग बनाएगा
@HelloBanswara - Banswara -

सिंचाई विभाग में चल रहे अफसराें के गठजाेड़ ने माही परियाेजना व जल संसाधन विभाग के कार्यालयाें के बीच क्षेत्राधिकार का नया विवाद पैदा कर दिया हैं। जल संसाधन विभाग के अधीन अनास नदी में 4 एनिकट स्वीकृत एवं प्रस्तावित हैं। पिछले दिनाें इन चाराें एनिकटाें का निर्माण कार्य माही परियाेजना काे हस्तांतरित कर दिया गया।

इनमें से झेर एवं जीवा खूंटा काे माही बांध डिविजन-प्रथम व गाेएका पारगी साथ एवं डांगल एनिकट खमेरा नहर डिविजन काे साैंपे गए हैं। जबकि, यह माही के कमांड क्षेत्र में नहीं आता है। माही के इन कार्यालयाें से एनिकट निर्माण स्थल की दूरी 70 से 90 किलाेमीटर है।

नॉन कमांड क्षेत्र के लिए जल संसाधन विभाग के खंड-बांसवाड़ा काे नीयत किया गया था। प्रस्तावित एनिकट स्थल से 5 से 20 किलाेमीटर की दूरी पर जल-संसाधन विभाग के दाे उपखंड कार्यालय सज्ज्नगढ़ व कुशलगढ़ चल रहे हैं। जल संसाधन खंड-बांसवाड़ा की समस्त लघु सिंचाई परियाेजना एवं क्षेत्राधिकार भी अनास नदी के जलग्रहण क्षेत्र में ही है। जाखम, अनास व साेम नदियां जल संसाधन के क्षेत्राधिकार में हैं।

सज्जनगढ़ प्रधान ने किया विरोध
पंचायत समिति सज्जनगढ़ के प्रधान रामचंद्र डिंडाेर ने इन एनिकटाें के हस्तांतरण का पुरजाेर विराेध किया है। प्रधान ने इस संबंध में मुख्यमंत्री अशाेक गहलाेत काे पत्र लिखा है। जिसमें उक्त कार्य के हस्तांतरण अादेश काे राज्य एवं जनहित में निरस्त कराने की मांग की गई है। साथ ही कहा गया है कि निर्माण कार्य के अभाव में जल संसाधन विभाग के इन दाेनाें उपखंड कार्यालयाें का काेई औचित्य ही नहीं है। कार्य के अभाव में यह कार्यालय बंद हो जाएंगे।

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