डोडा चुरा तस्करी का आरोपी कांस्टेबल बर्खास्त:तस्करी की पूरी जांच के लिए बस के खलासी को पाली से प्रोडक्शन वारंट पर लाएगी बांसवाड़ा पुलिस

अफीम डोडा-चूरा तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कांस्टेबल सुनील विष्णोई को विभाग ने बर्खास्त कर दिया है। एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने बताया कि सुनील का आचरण पुलिस सेवा नियमों के विरूद्ध पाया गया। सेवा दोष होने पर उसके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है। कांस्टेबल सुनील 2011 में पुलिस में भर्ती हुआ था। अगस्त, 2011 में बांसवाड़ा में उसने ज्वाइन किया। रिजर्व पुलिस लाइन के बाद कुशलगढ़, कोतवाली, लोहारिया और फिर दो साल से राजतलाब थाने में तैनात था। इसी दौरान साल 2014 में सुनील नशे की गिरफ्त में आ गया। लेकिन डेढ़-दो साल पहले उसका लालच बढ़ा और उसने अपने रिश्तेदारों के साथ मिलकर अफीम डोडा-चूरा की तस्करी शुरू कर दी। बांसवाड़ा से शुरू हुई कांस्टेबल सुनील की 12 साल 10 महीने की पुलिस सेवा अब बांसवाड़ा में रहते हुए ही समाप्त होने जा रही है। इससे पहले मामले में एसपी ने गंभीरता दिखाते हुए कांस्टेबल को निलंबित कर विभागीय जांच शुरू कर दी थी।आरोपी सप्लायर मुकेश ने भी किसी और व्यक्ति से डोडा-चूरा खरीदा था। पुलिस इसका पता लगाने में जुटी है। वहीं इस केस में और अधिक जानकारी जुटाने पुलिस पाली में गिरफ्तार खलासी श्रवण को प्रॉडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लाने की तैयारी कर रही है। फिलहाल आरोपी सुनील दो दिन की पुलिस रिमांड पर है। जिसकी रिमांड अवधी बुधवार को पूरी होने पर कोर्ट में पेश किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पाली पुलिस ने निजी ट्रैवल्स से डोडा चुरा जब्त किया था। गिरफ्तार खलासी श्रवण ने यह बांसवाड़ा के कांस्टेबल सुनील से खरीदना बताया। इसके बाद बांसवाड़ा पुलिस ने कार्रवाई कर सुनील और उसके अन्य सहयोगियों को गिरफ्तार किया। वहीं सुनील के सरकारी आवास की तलाशी से 22.190 किलो अवैध डोडा-चूरा व 2.980 किलो डोडा-चूरा का पाउडर बरामद हुआ। जिसके बाद एसपी ने कांस्टेबल को निलंबित कर दिया। बाद में सुनील, उसकी पत्नी और दो रिश्तेदार समेत सप्लायर को भी गिरफ्तार किया गया।