बांसवाड़ा में कांग्रेस-BAP का गठबंधन सिर्फ दिखावा:कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे डामोर बोले- बामनिया ने कांग्रेस पार्टी को खत्म किया
लोकसभा चुनाव में अब महज 3 दिन शेष हैं और बुधवार की शाम प्रचार थम जाएगा। ऐसे में बांसवाड़ा में कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे अरविंद डामोर के एक बयान ने कांग्रेस और भारतीय आदिवासी पार्टी(BAP) के गठबंधन पर सवाल खड़ा कर दिया है।
डामोर ने कहा कि मुझे कांग्रेस का समर्थन मिल रहा है। पार्टी के जिला और ब्लॉक लेवल के कई पदाधिकारी मुझे अंदरूनी सपोर्ट कर रहे हैं। महज कुछ नेता ही अपने निजी स्वार्थी के कारण BAP का प्रचार कर रहे हैं। इस बीच प्रचार अभियान के दौरान उनसे भास्कर से खास बातचीत की। उन्होंने गठबंधन को निजी करार दिया और कहा कि यह पार्टी के लिए नुकसानदायक साबित होगा। बता दें कि डामोर कांग्रेस पार्टी के सिंबल पर चुनाव लड़ रहे है, लेकिन पार्टी ने उन्हें सदस्यता से निष्कासित कर दिया है।
पढ़िए पूरा इंटरव्यू...
सवाल- कांग्रेस का सिम्बल आपके पास है लेकिन कांग्रेस आपका प्रचार नहीं कर रही।
जवाब- मेरे प्रचार से कुछ नेता दूर है। बाकी नेता सपोर्ट कर रहे हैं। बेहतरीन प्रदर्शन रहेगा, 4 जून को रिजल्ट देखने लायक़ होगा।
सवाल- मोदी ने कहा कि कांग्रेस खुद कह रही हैं कांग्रेस को वोट मत देना।
जवाब- पहली बात तो यह कि ये मेरे घर का विषय है कांग्रेस परिवार का विषय है। हमारे घर में क्या हो रहा है क्या नहीं, मोदी जी इसमें दखल नहीं दे तो बेहतर हैं।
सवाल- सिंबल आपके पास है, निष्कासित कर दिया है इसमें किसका हाथ है?
जवाब- ये तो आप सबको पता है। हमारे यहां के नेता अर्जुनसिंह बामनिया जो कांग्रेस के अच्छे नेता थे, अब नहीं हैं। उन्होंने निजी स्वार्थ, विषय और निजी दुश्मनी के कारण बाप से गठबंधन किया। बाप दूसरी सीटों पर स्वतंत्र लड़ रही है, सिर्फ इस सीट पर गठबंधन किया, जो बामनिया के कहने पर हुआ।
सवाल- निजी स्वार्थ क्या हो सकता है इनका?
जवाब- यह आपको पता होगा। 3 अप्रैल को राजकुमार रोत की नामांकन रैली थी। तब गठबंधन नहीं हुआ था। उस समय बामनिया के बेटे विकास बामनिया और कांग्रेस की कुशलगढ़ से विधायक रमीला खरिया के बेटे रोहित खड़िया उस रैली में चले गए। बच्चों के भविष्य को बचाने के लिए निजी तौर पर गठबंधन किया और आलाकमान को गलत फीडबैक दिया।
सवाल- बाप पार्टी के सिद्धांतों पर आप सहमत हैं क्या।
जवाब- नहीं बिल्कुल नहीं। वो जातिवाद पर वोट माँगे रहे हैं। वो गलत कर रहे हैं।
सवाल- तीन पार्टियों में कांग्रेस अभी कहा ठहर रही है।
जवाब- कांग्रेस ठहर नहीं रही बल्कि जीत रही है। जीत का परचम लहराएगी।
सवाल- निष्कासन के बाद किन परिस्थितियों का सामना करना पद रहा है।
जवाब- देखो ऐसा है। यह राजनीति है। मेरा यू कहना है कि कांग्रेस को बचाने की मेरी मुहिम है। आज इस सीट पर कांग्रेस खड़ी नहीं रहती तो एक राष्ट्रीय पार्टी के लिए गलत मैसेज जाता। मुझे पार्टी का सपोर्ट है। बांसवाड़ा डूंगरपुर में कांग्रेस का पतन होता है तो जिम्मेदार व्यक्ति एक मात्र अर्जुनसिंह बामनिया होंगे।