सजवानिया जंगल में खजूर खाने गए बच्चों ने मिट्टी में नोंचा हुआ पैर देखा, खोदा तो महिला का शव निकला

दानपुर-आंबापुरा की सीमा पर स्थित सजवानिया जंगल से गुरुवार को गड्ढे (ट्रैंच) से एक महिला का क्षतविक्षत शव मिला। शव जंगल में बरसाती पानी को रोकने के लिए बनाई ट्रेंच में दबा हुआ था। शव का पैर जानवरों ने बुरी तरह नोंच डाला था, जिससे यह गड्ढे से बाहर आ चुका था। यहां जंगल में जामुन और खजूर तोड़ने गए बच्चों ने जब पैर देखा तो हैरान रह गए। गांव लौटकर वारदात की जानकारी दी। सूचना पर बारी सरपंच बहादुर मईड़ा भी मौके पर पहुंचे लेकिन शव मिट्टी में दबा होने के कारण और हत्या का संदेह होने पर पुलिस को सूचना दी।
मामले की गंभीरता को देखते हुए डिप्टी गोपीचंद मीणा, दानपुर और आंबापुरा थानाधिकारी भी दल के साथ मौके पर पहुंचे। एफएसएल टीम को भी बुलाया गया। गड्ढे को खोदकर शव बाहर निकाला। शव महिला का था। महिला की पहचान कराने के लिए आसपास के गांवों से ग्रामीण बुलाए गए लेकिन शिनाख्त नहीं हो पाई। इस पर शव को एमजी अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवाया दिया गया। दानपुर थानाधिकारी राजवीरसिंह ने बताया कि शव 2 से 3 दिन पुराना लग रहा है। चेहरा पूरी तरह से साफ नहीं होने से पहचान नहीं हो पाई है। मृतका की उम्र 20 से 26 साल होने की संभावना है। महिला की हत्या कर शव दफनाया गया या नहीं, यह पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद ही साफ हो पाएगा।
फिलहाल महिला की शिनाख्त के प्रयास कर रहे हैं। ग्रामीण शव को पहचान नहीं पाए हैं, ऐसे में आशंका है कि महिला बाहरी क्षेत्र की हो और उसकी हत्या कर शव जंगल में लाकर दफना दिया हो या ऐसा भी हो सकता है कि महिला की स्वभाविक मौत हुई हो। हालांकि आशंका यह भी है कि कोई दूसरे गांव का व्यक्ति किसी की हत्या कर शव यहां आकर क्यों दफनाएगा? पुलिस सभी पहलुओं पर जांच कर रही है।