नाव से सफर कर बच्चों को पिलाई पोलियो की दवा:माही बेक वाटर के दूसरे छोर पर है गांव, नाव और पगडंडी से आते-जाते लोग

बांसवाड़ा के छोटी सरवन के ठीकरिया सब सेंटर में आने वाले झामलिया घाटा में 45 बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई गई। चिकित्सा विभाग की टीम ने नाव और पगडंडी से यह सफर तय किया।
झामलिया घाटा गांव माही बेक वाटर के दूसरे छोर पर स्थित गांव है। जहां पर नावों से ही आना-जाना होता है। ऐसे में चिकित्सा विभाग की टीम हर साल पोलियो की दवा पिलाने के लिए नाव से ही सफर तय करती है। यहां पर लगभग 250 की जनसंख्या है, जिसमें से 45 बच्चे पांच साल तक की कम आयु के पाए गए।
इस दौरान साथ में डब्लयूएचओ के प्रतिनिधि डॉ. अक्षय व्यास और यूनिसेफ से मुदित माथुर भी मौजूद रहे। डॉ. व्यास ने बताया कि टीम में मनोज सुपरवाइजर, एएनएम रामचरण, सीएमचओ संगीता, आशा नारायणी देवी ने सहयोग किया।