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'भाजपा को हराने के लिए चूहे-बिल्ली गले मिल गए':सीपी जोशी बोले- आदिवासियों ने मुगलों से नाक रगड़वाई, सीने पर गोली खाई

Banswara
'भाजपा को हराने के लिए चूहे-बिल्ली गले मिल गए':सीपी जोशी बोले- आदिवासियों ने मुगलों से नाक रगड़वाई, सीने पर गोली खाई
@HelloBanswara - Banswara -
डूंगरपुर-बांसवाड़ा में भाजपा प्रत्याशी को हराने के लिए चूहे और बिल्ली (कांग्रेस और बीएपी) गले मिल गए। ये परजीवी लोग हैं। इनको पता है हमने कुछ नहीं किया। ऐसे में अकेले चुनाव नहीं जीत सकते। डूंगरपुर में भाजपा जिला कार्य समिति के सम्मेलन में बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने ये बात कही।

सीपी जोशी ने बीएपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये बोलते हैं जोहार सलाम। ये लोग इस क्षेत्र को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं। आदिवासियों ने हमारे धर्म और संस्कृति को बचाने के लिए अंग्रेजों को खदेड़ दिया। सीने पर गोली खाई। मुगलों से नाक रगड़वा दी। वे धर्म और संस्कृति से कभी विचलित नहीं हो सकते हैं।

विजयाराजे सिंधिया ऑडिटोरियम हॉल में हुए कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए।
विजयाराजे सिंधिया ऑडिटोरियम हॉल में हुए कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता शामिल हुए।

दोनों भाई-बहनों ने ईसाई धर्म की शिक्षा ली
सीपी जोशी ने इशारों-इशारों में राहुल और प्रियंका गांधी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा- नाइटीज में इटली से इनके पोप आए थे। इन दोनों भाई-बहनों ने ईसाई धर्म की शिक्षा ली थी। उस समय कुछ लोगों ने विरोध किया तो उनके ऊपर लाठीचार्ज हुआ था। आप हो क्या पहले ये तो बताओ देश को। वायनाड में जाकर कुछ और बन जाते हैं। अमेठी में जाकर कुछ और, रायबरेली में कुछ और। हम सब धर्मों का सम्मान करने वाले लोग हैं, लेकिन हमारे धर्म का कोई अनादर करे, ये बर्दाश्त नहीं होगा।

मंगलसूत्र और सिंदूर आदिवासी समाज में सुहाग की निशानी
जनजाति क्षेत्रीय विकास मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा- आदिवासी हमेशा से हिंदू था, हिंदू है और हिंदू ही रहेगा, नहीं मानने वाले आदिवासी नहीं है। वे (बीएपी) मानगढ़ की पवित्र धरती पर कहते हैं कि माताएं सिंदूर नहीं लगाएं, मंगलसूत्र नहीं पहनें। ये आदिवासी समाज में सुहाग की निशानी है। ये लोग समाज को गुमराह कर रहे हैं। इस क्षेत्र में जातिवाद का जहर घोल रहे हैं।

भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कांग्रेस-बीएपी को चूहा और बिल्ली बताते हुए निशाना साधा।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी ने कांग्रेस-बीएपी को चूहा और बिल्ली बताते हुए निशाना साधा।

मंगलसूत्र और सिंदूर आदिवासी समाज में सुहाग की निशानी
टीएडी मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा- आदिवासी हमेशा से हिंदू था, हिंदू है और हिंदू ही रहेगा, लेकिन वे (बीएपी) मानगढ़ की पवित्र धरती को पवित्र कहते हैं कि माताएं सिंदूर नहीं लगाएं, मंगलसूत्र नहीं पहनें। ये आदिवासी समाज में सुहाग की निशानी है। ये लोग समाज को गुमराह कर रहे हैं। इस क्षेत्र में जातिवाद का जहर घोल रहे हैं।

भाजपा ने देश में बनाए 2 आदिवासी मुख्यमंत्री
पूर्व सांसद कनकमल कटारा ने कहा कि देश में पहली बार जब भाजपा ने राष्ट्रपति पद के लिए आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को प्रत्याशी बनाया। तब खुद को आदिवासी कहने वाले नेता एक आदिवासी महिला राष्ट्रपति के खिलाफ वोट करने गए, फिर कहते हैं कि हम आदिवासी हैं। पहली बार भाजपा ने देश में 2 आदिवासी मुख्यमंत्री बनाए, जो देश की आजादी के 60 साल तक कांग्रेस की सरकार नहीं कर पाई।

मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा- ये (बीएपी) लोग समाज को गुमराह कर रहे हैं। इस क्षेत्र में जातिवाद का जहर घोल रहे हैं।
मंत्री बाबूलाल खराड़ी ने कहा- ये (बीएपी) लोग समाज को गुमराह कर रहे हैं। इस क्षेत्र में जातिवाद का जहर घोल रहे हैं।

भाजपा ने देश में बनाए 2 आदिवासी मुख्यमंत्री
पूर्व सांसद कनकमल कटारा ने कहा कि देश में पहली बार जब भाजपा ने राष्ट्रपति पद के लिए आदिवासी महिला द्रौपदी मुर्मू को प्रत्याशी बनाया, तब खुद को आदिवासी कहने वाले नेता एक आदिवासी महिला राष्ट्रपति के खिलाफ वोट करने गए, फिर कहते हैं कि हम आदिवासी हैं। पहली बार भाजपा ने देश में 2 आदिवासी मुख्यमंत्री बनाए, जो देश की आजादी के 60 साल तक कांग्रेस की सरकार नहीं कर पाई।

आदिवासियों को कांकरी डूंगरी पर चढ़ाया
पूर्व मंत्री सुशील कटारा, राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया और भाजपा प्रत्याशी रहे महेंद्रजीत सिंह मालवीया ने कहा कि आदिवासी समाज के आरक्षण से लेकर तमाम योजनाओं का लाभ देने का काम भाजपा सरकार ने किया है। आदिवासी समाज के नाम पर राजनीति करने वाले नेता ये बताएं कि कांग्रेस को समर्थन देने के बावजूद आदिवासियों को कांकरी डूंगरी पर चढ़ाया। हजारों आदिवासी युवाओं पर मुकदमे दर्ज हुए। इसके बाद ये आदिवासी नेता कहां छिप गए। आज भी आदिवासी युवा जमानत के लिए कोर्ट के चक्कर काट रहे हैं।

बीएपी नाम के चूहे को तालाब में फेंकने पर होगा आदिवासी समाज का भला
उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत ने बीएपी पर तंज कसते हुए गजब वई गयो (गजब हो गया) की कहानी सुनाई। उन्होंने कहानी के माध्यम से कहा कि बीएपी नाम के चूहे को पूंछ से पकड़कर टांगना है और फिर उसे तालाब में फेंक देना है, तब इस क्षेत्र में आदिवासी समाज का भला होगा। उन्होंने कहा कि ये लोग आदिवासी समाज के युवाओं को कुछ समय के लिए राजनीतिक फायदे के लिए गुमराह कर सकते हैं, लेकिन पढ़ा-लिखा आदिवासी युवा समझदार है। देश में मोदी और प्रदेश में भाजपा की सरकार है। दोनों सरकार के साथ मिलकर रहेंगे, क्षेत्र का विकास होगा।

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