उदयपुर के डॉक्टर के खिलाफ बांसवाड़ा में केस दर्ज:बांसवाड़ा के युवक को फॉर्मेसी डिप्लोमा कराने का झांसा दिया; लाखों रुपए ठगे
उदयुपर के एक डॉक्टर के खिलाफ बांसवाड़ा में धोखाधड़ी का मामला दर्ज हुआ है। जिले के मोटागांव थाना इलाके के गनोड़ा गांव के नया बाजार निवासी युवक ने रिपोर्ट दर्ज कराई है।
मोटागांव थाना इंचार्ज ने बताया- गनोड़ा के नया बाजार निवासी दीक्षित दर्जी पुत्र विनोद ने रिपोर्ट में बताया कि वह डिप्लोमा इन फार्मेसी करना चाहता था। उसने उदयपुर के एसएमएस इंटरनेशनल एजुकेशन में डॉ. मनीष रैगर से बातचीत की।
उसने कोर्स के लिए 5 लाख 40 रुपए शुल्क बताया। बातचीत तय होने के कुछ समय बाद डॉ. रैगर बांसवाड़ा आए और प्रार्थी से एक लाख रुपए ले गए। उसने कुछ दस्तावेजों पर साइन कराए। फिर कार्यालय में भी बुलाकर एक लाख रुपए ले लिए।
प्रार्थी का एडमिशन हिमाचल प्रदेश के सोलन में होने की जानकारी दी। प्रार्थी ने वहां जाकर पढ़ाई करने से इनकार कर दिया। ऑनलाइन क्लास चलाने की बात कहकर शेष राशि ले ली। न तो ऑनलाइन क्लास हुई न ही अन्य कहीं प्रवेश दिया गया।
कुछ समय बाद आईईसी विश्वविद्यालय की डिग्री दिला दी और कहा कि डिप्लोमा हो गया। पंजीयन थोड़े समय में करा देंगे। प्रार्थी ने अपने स्तर से पंजीयन कराने का प्रयास किया तो पता चला कि फर्जी डिग्री है। फिर बार-बार संपर्क किया तो 3 चेक दे दिए। साथ ही केवल 50 हजार रुपए वापस किए।
अब प्रार्थी उदयपुर कार्यालय में जाता है तो डॉक्टर के कर्मचारी उसे टरका देते हैं। डॉक्टर फोन नहीं उठाता है। साथ ही थानाधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच एएसआई अंबालाल को सौंपी गई है।