नहराें में पानी नहीं दे सकते ताे बुअाई क्याें कराई, किसान सड़कों पर आएंगे, अफसरों की तनख्वाह से मुआवजा लेंगे
बांसवाड़ा| जिला परिषद साधारण सभा की गुरुवार काे अायाेजित बैठक में माही विभाग की नहराें में हुए भ्रष्टाचार का मुद्दा छाया रहा। अरबाें रुपए खर्च हाेने के बाद भी नहराें में सिंचाई के लिए पानी नहीं मिलने से किसानाें की फसलें नष्ट हाे रही है। इस स्थिति काे देखते हुए बैठक में उपस्थित जनप्रतिनिधियाें ने माही परियाेजना के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर प्रहलाद राय खाेइवाल की जमकर खिंचाई की। पूर्व संसदीय सचिव व घाटाेल क्षेत्र से जिला परिषद सदस्य नानालाल निनामा का अाक्राेश फूट पड़ा। उन्हाेंने एसई से कह दिया कि यदि नहराें में पानी नहीं दे सकते ताे फसलाें के लिए बुवाई क्याें करा रहे हाे। काश्तकाराें काे मुअावजा देना पड़ेगा। अापने एेसा काम क्याें क्या। फसलें नष्ट हाे गई है। मुअावजा लूंगा तुमसे। अापकी तनख्वाह से पैसा दाे। मैं अापकाे छाेड़ने वाला नहीं। इसके बाद भी अधिकारी संताेषप्रद जवाब नहीं दे सके ताे नानालाल फिर भड़क उठे। गुस्से में कह दिया। धांधली कराऊंगा। सरकार है ताे है। काश्तकाराें काे सड़काें पर लाऊंगा। वरिष्ठ नेता नानालाल के गुस्से काे देखते हुए मंच पर बैठे टीएडी मंत्री अर्जुनसिंह बामणिया ने भी माही के अधिकारियाें की कार्यशैली पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। उन्हाेंने एसई खाेइवाल से पूछा कि जनप्रतिनिधियाें ने नहराें में पानी नहीं पहुंचने की इतनी शिकायतें की। उनमें से कितनाें काे माैके पर जाकर चेक किया, बताअाे। साथ ही मंत्री बामणिया ने बैठक में एसई के ड्राइवर काे बुलवा गाड़ी की लाॅग बुक जांचने की बात कही, जिससे पता चल जाए कि हकीकत में एसई माैके पर गए भी थे या नहीं। बागीदाैरा विधायक महेंद्रजीतसिंह मालविया ने भी माही की नहराें की दुर्दशा पर पर नाराजगी व्यक्त की। उन्हाेंने एसई से कहा कि पानी पहुंचाने का दावा करते हाे। एक बूंद पानी नहीं पहंुंचा।
मालवीया ने अफसराें से कहा- पंचायतराज की बैठकाें काे हलके में न लें
बागीदाैरा विधायक महेंद्रजीत सिंह मालवीया ने उपस्थित अधिकारियाें काे पंचायत राज की बैठकाें में जनप्रतिनिधियाें काे हलके में लेने व गाेलमाल जवाब देने पर इशाराें ही इशाराें में नसीहत दे डाली। मालवीया ने कहा कि अधिकारी, जनप्रतिनिधि पंचायतराज की भावना काे समझंे। अगली बैठक में यदि यही मुद्दे, यही अधिकारी अाैर यही जनप्रतिनिधि रहे ताे हमारा यहां अाना बेकार है। जिला परिषद की बैठक में इस समय का सदुपयाेग जिले के विकास की याेजनाअाें काे तैयार करने व स्वीकृत करने में हाेता। बैठक में कुछ जनप्रतिनिधियाें के अाक्राेशित हाेकर अधिकारियाें के समक्ष नाराजगी व्यक्त करने पर मालविया ने कहा कि यहां के जनप्रतिनिधि सीधे मन के हैं। दिल में काेई बात नहीं रखते। बैठक में जाे बातें हुई, उसे वहीं भूल कर बाहर निकलते हैं। टीएडी मंत्री अर्जुनसिंह बामणिया ने भी जिला स्तर के अधिकारियाें काे निर्देश दिए कि वे अगली बार से पंचायत समितियाें की बैठकाें में जाएं। प्रधान काे पाबंद करते हुए मंत्री बामणिया ने कहा कि यदि मुख्यालय से अधिकारी नहीं अाएं ताे बैठक स्थगित कर दें। साथ ही उन्हाेंने अफसराें काे अगली बार से जिला परिषद की बैठक में ब्लाॅक स्तर तक के अधीनस्थ अधिकारियाें काे लेकर अाने के निर्देश दिए।
नरेगा कामाें की स्वीकृति में देरी व बिजली बिलाें में हेराफेरी पर गहरा अाक्राेश
बैठक में महानरेगा के कार्याें काे में स्वीकृति पर देरी व गढ़ी क्षेत्र में उपभाेक्ताअाें के बिजली मीटर की रीडिंग में हेराफेरी कर भारी भरकम बिल भेजे जाने पर सदस्याें ने गहरा अाक्राेश व्यक्त िकया। पंचायत समिति, सज्जनगढ़ के प्रधान रामचंद्र डिंडाेर, गढ़ी प्रधान कांता भील, जिला परिषद सदस्य देवेंद्र त्रिवेदी, हकरू मईड़ा, कृष्णा कटारा सहित अन्य सदस्याें ने महानरेगा के प्रस्तावाें काे जिला परिषद में लंबित रखने पर गहरी नाराजगी व्यक्त की। इन सदस्याें का कहना था कि अधिकारी एक ही जवाब देतें हैं कि फाइल कलेक्टर साहब के यहां हैं। प्रधान कांता का कहना था कि वे इन कामाें के संबंध में कलेक्टर से मिलती हैं ताे कलेक्टर का जवाब हाेता है कि अापके बीडीअाे या अन्य अधिकारियाें काे भेजाे। यदि इतने छाेटे से छाेटे काम भी काम कलेक्टर ही कर रहें हैं, ताे अन्य अधिकारी क्या कर रहें हैं। उपजिला प्रमुख विकास बामनिया ने सुझाव दिया कि यदि ग्राम विकास अधिकारी स्तर पर ही चेक लिस्ट उपलब्ध करा दी जाए। वहीं गढ़ी क्षेत्र के ग्रामीणाें काे गलत मीटर रीडिंग के जरिए बिजली के भारी भरकम बिल भिजवाए जाने व उसके लिए दाेषी कार्मिक के खिलाफ अब तक काेई कार्यवाही नहीं हाेने के मुद्दे ने भी तूल पकड़ लिया। इस पर टीएडी मंत्री ने विद्युत निगम व माही के अफसराें काे अपने सभी अधीनस्थ अधिकारियाें के साथ एक अप्रैल काे बैठक रख उसमें सभी प्रकरणाें के निरस्तारण करने के निर्देश दिए।
पेयजल संकट से निपटने के लिए तैयारी रखें
{बैठक जिला प्रमुख रेशम मालवीया ने अागामी गर्मी के माैसम में संभावित पेयजल संकट की अाेर इशारा करते हुए जलदाय विभाग के अधिकारियाें काे पूरी तैयारी रखने काे कहा। विधायक महेन्द्रजीत ने तत्काल पेयजल की व्यवस्था कराये जाने और हेण्डपम्प मिस्त्रियों की व्यवस्था करने को कहा। विधायक मालवीया ने 5-5 कुओं व बावड़ियों के प्रस्ताव तैयार करने पर भी जोर दिया। घाटोल विघायक हरेन्द्र निनामा, गढ़ी विधायक कैलाश मीणा सहित विभिन्न पंचायत समितियाें के प्रधानों व जिला परिषद सदस्यों ने अपने क्षेत्र की समस्याओं को रखा और इसके निस्तारण के लिए जोर दिया।