पालनपुर के स्टेशन मास्टर ने की थी कांस्टेबल की पत्नी को पेपर पढ़ने की व्यवस्था, 6 लाख रुपए दिए, गिरफ्तार

वन रक्षक भर्ती परीक्षा-2020 के पेपर लीक मामले में एसओजी ने मंगलवार को गुजरात के पालनपुर रेलवे स्टेशन मास्टर कंवराराम चौधरी (बालोतरा निवासी) और बाड़मेर ट्रैफिक पुलिस के कांस्टेबल लिखमाराम को गिरफ्तार किया है। इस संबंध में राजतालाब थाने में 30 जून 2024 को इस मामले में केस दर्ज हुआ था। मामला 13 नवंबर 2022 को हुई वन रक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक से जुड़ा है।
केस में धारा 419, 420, 407, 408, 471 भादंसं, 66डी आईटी एक्ट और राजस्थान सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों की रोकथाम अधिनियम 2022 की धारा 3, 4, 6, 7, 10 के तहत कार्रवाई की जा रही है। एसओजी ने 22 मार्च 2025 को बाड़मेर के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष और कांग्रेस के पूर्व पार्षद नरेश देव उर्फ एनडी सारण को गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में सारण ने बताया कि वन रक्षक 24 वर्षीय टिमो पत्नी कांस्टेबल लिखमाराम को परीक्षा के दौरान सॉल्व पेपर पढ़ने के लिए छह लाख रुपए दिए थे। यह रकम पालनपुर रेलवे स्टेशन मास्टर कंवराराम चौधरी ने दी थी। इसके अलावा, गिरफ्तार कांस्टेबल लिखमाराम को भी मामले की जानकारी थी। उसके परिचितों ने ही टिमो के लिए उदयपुर में परीक्षा के दौरान रुकने और पेपर पढ़ने की व्यवस्था की थी। एसओजी ने 24 मार्च को कंवराराम चौधरी और 25 मार्च को लिखमाराम को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। दोनों को दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। मामले में आगे जांच जारी है।
वन रक्षक भर्ती परीक्षा पेपर लीक प्रकरण में लगातार गिरफ्तारियां और दूसरे जिलों से भी अभ्यर्थियों को पेपर सॉल्व करने के इनपुट मिलने के बाद एसओजी के डीजीपी परीक्षित देशमुख और एडीजी वीके सिंह भी बांसवाड़ा पहुंचे और जांच में संबंधित टीमों और अधिकारियों को मार्गदर्शन दे रहे हैं। बताया जा रहा है कि 6 टीमें इस मामले की जांच में जुटी हुई हैं।