अनास नदी से ही बजरी निकाल कर रहे इस्तेमाल, स्थानीय ग्रामवासी भी नहीं करते जिसका उपयोग

बांसवाड़ा/छाजा
जिले की आनंदपुरी पंचायत समिति की ग्राम पंचायत उदयपुरा बड़ा के गांव थापड़ा में अनास नदी पर बन रहे एनिकट में स्थानीय ग्रामीणों ने घटिया सामग्री काम में लिए जाने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया। साथ ही ग्रामीणों ने इसकी शिकायत बागीदौरा विधायक जयकृष्ण पटेल से भी की है। इस संबंध में भारतीय आदिवासी पार्टी के जिला प्रवक्ता राहुल भूरिया ने बताया कि सोमवार को गांव थापड़ा के युवाओं ने मौके पर जाकर देखा तो स्थानीय अनास नदी की रेती का उपयोग निर्माण कार्य में किया जा रहा है,जो गुणवत्तापूर्ण नहीं है। ग्रामीणों ने कहना है कि यह रेती इतनी खराब है कि इसका उपयोग स्थानीय ग्रामवासी अपना मकान बनाने के लिए भी नहीं करते हैं।
जबकि ठेकेदार द्वारा एनिकट निर्माण कार्य में इस बजरी का भरपूर उपयोग किया जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि यदि इसी बजरी का उपयोग किया गया तो पूरा एनिकट पहली बारिश में ही टूट कर बह जाएगा। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व जल संसाधन विभाग के कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया के कार्यकाल में एनिकट का शिलान्यास किया गया था। जिसका मूल उद्देश्य ग्राम पंचायत उदयपुरा बड़ा और आसपास के गांवों में सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाना था।
सोमवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता रवींद्र निनामा, ग्राम पंचायत उदयपुर बडा़ के वार्ड पंच भरत पटेल, देवीलाल पटेल, धनपाल सहित युवा राजा पटेल, दीपक पटेल, प्रवीण पटेल, शिवा भाई, बहादुर पटेल, विकेश पटेल सहित ग्रामीण जन मौजूद रहे। बीएपी के जिला प्रवक्ता राहुल भूरिया ने बताया कि निर्माण कंपनी के संचालक से बात हुई है और मंगलवार सुबह एनिकट निर्माण स्थल पर जनप्रतिनिधि,ग्रामीण एकत्रित होंगे और घटिया निर्माण कार्य के संबंध में चर्चा की जाएगी।