PM कुसुम योजना में धोखाधड़ी का आरोप, किसानों में नाराजगी:एसडीएम को शिकायत देकर जांच और कार्रवाई की मांग
भारतीय किसान संघ राजस्थान प्रदेश चित्तौड़ के संभागीय अध्यक्ष रणछोड़ पाटीदार की अध्यक्षता व संभागीय मंत्री नटवरलाल कलाल के उपस्थिति में चार गावों के किसानों की बैठक की गई। बैठक में बाला सिंदूर, बोरभाटोड़, चनावला व बिलडी के किसान मौजूद रहे।
किसानों ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा 2019 में पीएम कुसुम योजना प्रारंभ की थी। योजना में 224739 रुपए में से 90% राशि केंद्र सरकार द्वारा सब्सिडी और शेष 10% राशि उपभोक्ता द्वारा जमा करवानी थी। इसमें 17000 की राशि अनुदान के रूप में जनजाति विभाग द्वारा जमा होनी थी, शेष राशि 5474 रुपए की राशि किसानों ने बिजली विभाग सज्जनगढ़ कार्यालय में जाकर जमा करवाई थी।
इसकी रसीद किसानों के पास है। इसके बाद ठेकेदार ने किसानों को खेतों में सौर ऊर्जा की प्लेट लगाने के लिए स्ट्रक्चर लगाएं लेकिन सौर ऊर्जा की प्लेट आज तक नहीं लगाई।
किसानों ने बताया कि कुछ किसानों के खेतो पर सौर ऊर्जा प्लेट लगा दी लेकिन कनेक्शन शुरू नहीं किए। किसानों के साथ धोखा हुआ है। इसको लेकर किसानों ने कई बार अधिकारियों व शिविर में भी अवगत करवाया गया लेकिन किसी भी अधिकारी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
भारतीय किसान संघ के बैनर तले संभागीय अध्यक्ष रणछोड़ पाटीदार के नेतृत्व में किसानों ने उपखंड अधिकारी गोपाल लाल बंजारा को ज्ञापन सौंपा। प्रधानमंत्री कुसुम योजना के नाम से किसानों के नाम से जो धोखा हुआ है, इसकी जांच की मांग की है।
पाटीदार ने मीडिया ने बताया कि इसके बाद भी कोई जांच नहीं की गई तो प्रदेश स्तर पर भारतीय किसान संघ द्वारा मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया जाएगा।