गोलीकांड में राजतालाब थाना पुलिस की कार्रवाई:अगरपुरा में बुजुर्ग नंदा की गाेली मारकर हत्या और उनकी बेटी गुंजन पर चाकू से जानलेवा हमले के केस में 6 आरोपी गिरफ्तार
शहर के अगरपुरा क्षेत्र में सास नंदा खराड़ी की गाेली मारकर हत्या के बाद आराेपी अजय प्रतापगढ़ भाग गया था। जहां वह चार दिन तक विनाेद विनाेद उर्फ कल्टी ढाेली के घर रहा। विनाेद की अजय से दाेस्ती बांसवाड़ा जेल में बंदी हाेने के दाैरान हुई थी। इससे पहले अजय ने नंदा की बेटी गुजंन पर चाकू से जान लेवा हमला करने के बाद भी जेल के ही दाेस्त इंदाैर क्षेत्र के लाखनसिंह किर और अन्य की मदद ली थी। पुलिस ने नंदा की हत्या और उनकी बेटी गुंजन पर चाकू से जानलेवा हमले के षडयंत्र में शामिल और सहयाेग करने वाले 6 आराेपियाें काे साेमवार काे गिरफ्तार कर लिया।एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने खुलासा किया कि नंदा हत्या केस में दाहाेद के गारखाया के साेयण उर्फ चाॅकलेट बबेरिया ने फायर किया था। जबकि वारदात में इस्तेमाल बाइक सालिया के भाविक वैष्णव की थी। वहीं फायरिंग की घटना के बाद प्रतापगढ़ के तालाबखेड़ा विनाेद उर्फ कल्टी ढाेली ने अजय काे शरण दी थी। इसी प्रकार अक्टूबर में नंदा की बेटी गुंजन पर चाकू से जानलेवा हमले के केस में कालिका माता क्षेत्र के मितराजसिंह राजपूत शामिल था। इस केस में अजय काे कलिंजरा के बुडवा के गाेपाल डिंडाेर और फिर इंदाैर के लाखनसिंह किर ने शरण दी थी। दाेनाें ही मामलाें में सभी 6 आरोपियों काे गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं आरोपी अजय भाेई का फिलहाल अस्पताल में इलाज जारी है। 27 दिसंबर काे अजय के शहर के नजदीक रतलाम राेड पर पंप हाउस के पास छिपे हाेने की सूचना मिली थी। जिसे पकड़ने गई पुलिस टीम पर अजय ने फायर कर दिया। जिस पर जवाबी कार्रवाई में सीआई की गाेली अजय के पैर में लगी और वह पकड़ा गया।
राजतालाब थानाधिकारी दिलीपसिंह ने बताया कि अजय भाेई पूर्व में मार्च में परिवादी कैलाश की बेटी गुंजन के साथ जबरन डरा धमकाकर अपने घर भेजने के लिए उसके भाई साेनू का अगरपुरा से अपने साथी मितराजसिंह के साथ मिलकर अपहरण कर साेनू काे जान से मारने की धमकी दी थी। जिस पर प्रकरण दर्ज कर आरोपी मितराजसिंह काे गिरफ्तार किया गया था। इस केस में अजय भाेई फरार था। इसके सात माह बाद अक्टूबर में अभियुक्त अजय ने साथी मितराजसिंह और अन्य के साथ मिलकर परिवादी कैलाश की बेटी गुंजन काे जान से मारने की नियत से चाकू से वार किए और फरार हाे गए। इस मामले में भी प्रकरण दर्ज कर आरोपियों की तलाश जारी थी। डिप्टी गाेपीचंद मीणा ने बताया कि साल 2022 में भी आरोपी अजय भाेई व उसके साथी मितराजसिंह ने उत्तर प्रदेश के रामपुर निवासी और उस वक्त इंदिरा काॅलाेनी में रह रहे समीर उर्फ चांदबाबू की चाकू से वार कर हत्या कर दी थी। जिस पर काेतवाली में प्रकरण दर्ज कर आरोपियों काे गिरफ्तार किया गया। इस मामले में आरोपी अजय जमानत पर था।