सीएमएचओ ऑफिस में एसीबी की कार्यवाही:बांसवाड़ा में पीसीपीएनडीटी सेल प्रभारी 10 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार
बांसवाड़ा भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सीएमएचओ कार्यालय में ट्रैप की कार्रवाई की है। इसमें विभाग के पीसीपीएनडीटी सेल प्रभारी एडवोकेट हरिकांत शर्मा को 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।
शर्मा ने लैब के लाइसेंस रिन्यूअल की एवज में रिश्वत मांगी थी, जिसके लिए शिकायतकर्ता ने एसीबी में शिकायत की। मामले का एसीबी ने सत्यापन किया तो शर्मा ने सत्यापन 15 हजार रुपए लेना प्रमाणित हुआ। इसके बाद शुक्रवार सुबह टीम प्रार्थी के साथ कार्यालय पहुंची और शर्मा को गिरफ्तार किया।
दरअसल बीते दिनों चिकित्सा विभाग की टीम ने शहर में चल रही निजी लैब की जांच के लिए मिशन चलाया था। इसमें शहर की हाइटेक लैबोरेट्री पर भी जांच की, तो वहां लैब का पंजीयन नहीं मिला और न ही वहां बायोवेस्ट निस्तारण के कोई प्रबंध थे। विभाग की कार्यवाही के बाद उसे लाइसेंस रिन्यूअल करने की कार्यवाही शुरू की गई।
एसीबी ने शर्मा की सेल में कार्यरत एक कम्प्यूटर ऑपरेटर को भी एसीबी कार्यालय साथ ले गई। हालांकि बाद में छोड़ दिया। शर्मा की पत्नी भी विभाग में कम्प्यूटर ऑपरेटर है। अपने पति पर कार्रवाई देख वह गुस्सा हो गई। इस पर महिला पुलिसकर्मी को बुलाया। तब वह शांत बैठ गई। हालांकि मौजूद कुछ कर्मचारियों के मुताबिक परिवादी पीसीपीएनडीटी कक्ष में गया था। वापस वहां से बाहर निकलने पर शर्मा मिले और परिवादी से बहस करने लगे। इसी दौरान एसीबी की टीम वहां आ गई।
इधर, एसीबी की कार्रवाई के बाद सीएमएचओ कार्यालय में फिर हंगामा खड़ा हो गया। जिस पीसीपीएनडीटी सेल में एसीबी की टीम कार्रवाई कर रही थी, ठीक उसी के सामने के सेक्शन में अन्य कर्मचारी, एसीबी की एक महिला कांस्टेबल और अन्य सदस्य बैठे थे। चिकित्सा विभाग में कार्यरत महिला कर्मचारी अपना बैग अपनी कुर्सी के पास रखकर सीनियर अधिकारियों के पास गई थी लेकिन जब वह लौटी और बैग चैक किया तो उसके 6 लाख से ज्यादा कीमत के सोने के जेवर चोरी हो चुके थे। महिला कोतवाली पहुंची और शिकायत दर्ज कराई। महिला ने चैंबर में बैठे एसीबी की टीम सदस्य और कर्मचारियों पर संदेह जताया है। इसको लेकर उसने थाने में रिपोर्ट भी दी है।