Home News Business

40 लाख रुपए से सर्प रेस्क्यू सेंटर बनेगा, कांच के 3 बड़े बॉक्स में रखेंगे, इनका इलाज भी होगा, बहुत जहरीले सांपों को भी लोग...

Banswara
40 लाख रुपए से सर्प रेस्क्यू सेंटर बनेगा, कांच के 3 बड़े बॉक्स में रखेंगे, इनका इलाज भी होगा, बहुत जहरीले सांपों को भी लोग...
@HelloBanswara - Banswara -

प्रदेश में सर्वाधिक बारिश वाले बांसवाड़ा में अब आबादी बस्ती में निकलने वाले और घायल सांपों को संरक्षित किया जाएगा। इसके लिए वन विभाग ने सर्प रेस्क्यू सेंटर बनाने पर की योजना पर काम शुरू कर दिया है। इसका खाका तैयार कर लिया गया है। इस प्रोजेक्ट पर करीब 40 लाख का खर्च आएगा। इस सेंटर में आबादी बस्ती में निकलने वाले को कांच के बड़े बॉक्स में सुरक्षित रखा जाएगा। वहीं घायल सांपों के इलाज की भी सुविधा होगी।

वन विभाग ने इसकी प्रोजेक्ट फाइल बनाकर प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक को भेज दी है। प्रोजेक्ट को हरी झंड़ी मिलने की पूरी उम्मीद इसलिए भी है क्योंकि यहां 1 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में जंगल है, इनमें सांपों की 13 प्रजातियां पाई जाती हैं। उपवन संरक्षक जिग्नेश शर्मा ने बताया कि पिछले दिनों संभागीय आयुक्त नीरज के पवन की अध्यक्षता में वनाधिकारियों की बैठक हुई थी। जिसमें सांपों को लेकर चल रही भ्रांतियों की वजह से उन्हें मार देने और आबादी बस्तियों में निकलने वाले सांपों को संरक्षित और सुरक्षित रखने पर चर्चा हुई। जिस पर आयुक्त ने जिले में सर्प रेस्क्यू सेंटर स्थापित करने के निर्देश दिए। इसके बाद विभाग ने सर्प रेस्क्यू सेंटर के लिए प्रस्ताव तैयार कर विभाग को भेजा है।

वन विभाग ने इसके लिए श्यामपुरा वानिकी क्षेत्र को अनुकूल माना है। सर्प रेस्क्यू सेंटर बनने से स्थानीय लोगों को सांपों की सभी प्रजातियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। इससे सांपों को देखते ही मारने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगेगा। घायल व बीमार सांपों का इलाज कर पुन: जंगल में छोड़ा जाएगा। आबादी क्षेत्र या घरों में सांप निकलने पर उसे रेस्क्यू कर लिया जाएगा। सांपों के अध्ययन में स्कूल/कॉलेज विद्यार्थियों को सुविधा हो सकेगी। विभिन्न प्रजातियों के सांपों को संरक्षण मिलेगा।

{ऐसा होगा रेस्क्यू सेंटर: कांच के बड़े-बड़े बॉक्स में रखेंगे सांप सांपों के लिए 1200 फीट का हॉल बनाया जाएगा। जिसमें अलग-अलग प्रजाति अनुसार 4*6 फीट और अजगर के लिए 4*12 फीट के कांच के बॉक्स बनाए जाएंगे। सेंटर पर दो सदस्य तैनात रहेंगे जो सूचना पर मौके पर पहुंच सांप को रेस्क्यू कर सेंटर पर लाएंगे। 40 लाख की लागत के इस रेस्क्यू सेंटर में घायल सांपों के ट्रीटमेंट के लिए 10*14.6 फीट का अलग से रूम बनाया जाएगा।

जहां इलाके बाद बॉक्स में रखा जाएगा। सेंटर पर 18 लाख की लागत से प्रदर्शन हॉल, 4 लाख कीमत से कांच के अलग-अलग बॉक्स, 2 लाख कीमत के रेस्क्यू उपकरण, भोजन के लिए 1 लाख बजट का प्रावधान है। बांसवाड़ा में सांपों के लिए अनुकूल वातावरण है। कई बार जंगलों के अलावा खेतों और आवासीय कॉलोनी में भी सांप विचरण करते हैं। वन विभाग के पास सांप को रेस्क्यू करने वाला स्टाफ नहीं है। कई बार लोग विषहीन सांपों को भी अज्ञानता वश मार देते हैं।

जिले में हर साल जहरीले जानवर के काटने से करीब 100 लोगों की मौत हो जाती है। ऐसे में सर्प रेस्क्यू सेंटर बनने से आबादी इलाकों में सांप निकलने पर उन्हें तत्काल रेस्क्यू करने में मदद मिलेगी। वहीं घायल और बीमार सांपों का भी इलाज हो सकेगा। यहां 13 प्रजातियां: जिले में 13 प्रजातियों के सांप पाए जाते हैं। इनमें बेहद जहरीले माने जाने वाले कॉमन कैरेट, कोबरा और वाइपर भी शामिल है। इसके अलावा विषहीन सांपों में ट्रींकेट, चेकर्ड कील बेक, कॉमन सेंड बोआ, ग्रीन स्नेक प्रमुख है।

शेयर करे

More news

Search
×