तीन राज्यों से ~108 करोड़ ठग वड़ोदरा में छिपा था एचवीएन निदेशक, गिरफ्तार

बांसवाड़ा एचवीएन रियलिटी एंड इंटरप्राइजेज इंडिया लिमिटेड के डायरेक्टर अजीत सिंह खतेड़िया काे ढाई साल बाद शहर पुलिस ने धाेखाधड़ी के केस में वड़ोदरा (गुजरात) से गिरफ्तार किया है। झाबुआ के रंभापुर का रहने वाला हाल वड़ाेदरा निवासी अजीतसिंह पर एफडीआर अाैर आरडी के नाम पर करीब 30 हजार लोगों से 180 करोड़ का निवेश करवाकर हजारों लाेगाें के रुपए हड़पने का अाराेपी है। बांसवाड़ा में ही कंपनी के 20 हजार निवेशकों के आरडी अाैर एफडीआर के कराेड़ाें रुपए फंसे हुए हैं। अजीत के खिलाफ अरथूना थाने में भी धाेखाधड़ी का केस दर्ज है। कंपनी और आरोपी के खिलाफ वड़ोदरा क्राइम ब्रांच में भी धोखाधड़ी के मामलों की जांच चल रही है। कंपनी की ओर से राजस्थान के अलावा मध्यप्रदेश और गुजरात में भी लोगों से 180 कराेड़ का निवेश कराने जाने की जानकारी है। अाराेपी डायरेक्टर अजीत की गिरफ्तारी की खबर मिलते ही बांसवाड़ा के निवेशकों में एक बार फिर उनके फंसे रुपए मिलने की उम्मीद जगी है। पुलिस कार्रवाई की जानकारी मिलते ही निवेशक पुलिस के पास पहुंचकर फंसे रुपए लाैटाने की गुहार लगा रहे हैं।
26.67 लाख लाैटाने का झांसा देकर 9 लाख की एफडीआर करवाई
12 अक्टूबर, 2019 को बोरवट निवासी पर्वतसिंह पुत्र मोगजी पटेल ने काेतवाली में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें बताया कि दक्षा बेन, अजीतसिंह, पृथ्वीसिंह, सुरेंद्रसिंह, राजू उर्फ प्रकाश झाड़, शारदा बेन व दिनेश पुरी गोस्वामी ने बांसवाड़ा के चेतक कॉम्पलेक्स स्थित एचवीएन रियलिटी एंड इंटरप्राइजेज इंडिया लिमिटेड की शाखा में उससे करीब 9 लाख 5 हजार रुपए का निवेश कराया। साथ ही आश्वस्त किया कि एफडीआर पूरी होने पर उसे 26 लाख 67 हजार 5 सौ रुपए वापस मिलेंगे। लेकिन, परिपक्वता तिथि पर उसने आरोपियों को जमा की गई पूंजी फायदे के साथ लौटाने को कहा। लेकिन, आरोपी टालमटोल करते रहे। इसके बाद वह जब शाखा कार्यालय पर गया तो वहां ताला लटका मिला। पता चला कि आरोपी ने उस कार्यालय को किसी ओर को बेच गए। इसके बाद कोतवाली पुलिस ने मामले में जांच की तो आरोपी थाने नहीं पहुंचे और फरार रहे।
बांसवाड़ा में 12 हजार लोगों को रिफंड किया, 20 हजार निवेशकों के 40 कराेड़ फंसे
पूछताछ अजीत ने खुलासा किया है कि बांसवाड़ा एवं इसके आसपास के इलाकों में उसने करीब 30 हजार लोगों से 40 करोड़ का इंवेस्टमेंट कराया हुआ है। इनमें से करीब 12 हजार लोगों को पॉलिसी पकने पर रिफंड दिया है। करीब 20 हजार निवेशकों को उनका पैसा देना बाकी है। आरोपी खतेड़िया ने बताया कि लोधा के समीप उसकी कंपनी के नाम पर 260 कन्वर्टेड प्लॉट है, जिसका क्षेत्रफल करीब 25 हजार स्कवायर फीट है। बालाजी नगर में ऐसी ही करीब 6 बीघा जमीन है। काेतवाल रतनसिंह चाैहान ने बताया कि ढाई साल से अाराेपी फरार था, जिस पर सूचना पर एएसआई सरदार सिंह की टीम गुजरात भेजकर गिरफ्तार किया।
11 साल पहले बनाई कंपनी, निवेश बढ़ता गया तो 2016 में रिश्तेदारों काे भी जाेड़ा
साल, 2010 में खेेतड़िया ने एचवीएन रियलिटी एंड इंटरप्राइजेज इंडिया लिमिटेड का रजिस्ट्रेशन कराया था। इसके बाद करीब 6 साल तक वह अकेला ही डायरेक्टर के तौर पर कंपनी चलाता रहा, लेकिन 2016 में निवेश बढ़ने के बाद कारट, लीमड़ी गुजरात निवासी भानू प्रसाद शर्मा, सज्जनगढ़ निवासी राजेंद्र पटेल को उसने बतौर डायरेक्टर कंपनी के साथ जोड़ा। उसने बड़ा डूंगरा निवासी पृथ्वी सिंह दांतला, सुरेंद्रसिंह दांतला, शारदा बेन तथा गोसलिया, मध्यप्रदेश निवासी देवी बेन हाड़ा सहित अन्य रिश्तेदारों को भी कंपनी में सक्रिय सहभागी बनाया। अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।