सड़क हादसों को रोकने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल करेंगे
पुलिस सहित चिकित्सा, परिवहन, सड़क निर्माण एजेंसियों काे दिया प्रशिक्षण
बांसवाड़ा| सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार के कार्यक्रम इंटीग्रेटेड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस के तहत रिजर्व पुलिस लाइन में जिले के बांसवाड़ा व कुशलगढ़ पुलिस सर्कल के थानों और चौकियों के पुलिसकर्मियों के बाद घाटोल और बागीदौरा पुलिस सर्कल के पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया।
एसपी कावेंद्र सिंह सागर ने बताया यह कार्यक्रम सड़क दुर्घटनाओं के कारण, प्रकृति जानने के लिए बहुत उपयोगी है इसलिए एक बार पहले सभी थानों से पुलिसकर्मी बुलाकर प्रशिक्षण दिया गया था और अधिक सुगमता से इस कार्य को किया जा सके इसके लिए जिले के बांसवाड़ा और कुशलगढ़ पुलिस सर्कल का प्रशिक्षण फिर करवाया है। घाटोल अाैर बागीदौरा पुलिस सर्कल का प्रशिक्षण होगा। सड़क दुर्घटना से संबंधित चार मुख्य विभागों पुलिस विभाग के अलावा चिकित्सा, परिवहन, सड़क निर्माण एजेंसियों के आपसी सामंजस्य से सड़क दुर्घटना रोकने में भूमिका प्रभावी बनाने और इनकी जिम्मेदारियां तय करने में इससे सहायता मिलेगी। कार्यक्रम को गंभीरता से लेते हुए बांसवाड़ा जिले में इस कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एएसपी कैलाश सान्धू को मनोनीत किया है।
अाज से इसकी शुरुअात : इस कार्यक्रम के लिए 15 फरवरी से देशभर में इसके प्रथम चरण में राजस्थान समेत 6 राज्यों का चयन किया है। राजस्थान में प्रथम चरण में जयपुर, जोधपुर, अजमेर, अलवर जिलों मे इसकी शुरुआत हो चुकी है।
एप्लीकेशन में हुए बदलाव के बारे में समझाया
यातायात शाखा प्रभारी सचिन शर्मा ने जिले की भौगोलिक परिस्थितियों व अपेक्षाकृत रूप से जागरुकता में कमी के कारण दुर्घटना की रिपोर्टिंग में देरी और नेटवर्क की समस्या आदि होने पर कैसे काम किया जाए तथा व्यावहारिक रूप से दुर्घटना के समय आने वाली परिस्थितियों और समस्याओं के अनुसार कुछ वांछित ऑप्शन देने और ऐप्लिकेशन में कुछ अन्य बदलाव के लिए जिला सूचना विज्ञान अधिकारी को अवगत कराया ताकि और आईआरएडी अधिक यूजर फ्रेंडली एप्लिकेशन के रूप में काम आए।