निजी अस्पताल में उपचार के दौरान गर्भवती की मौत, हंगामा
बांसवाड़ा| शहर के एक निजी अस्पताल में उपचार के दौरान महिला की मौत हो गई। परिजन ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। लेकिन रात 8 बजे तक इस संबंध में थाने में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। बताया जा रहा है कि परिजन महिला को एक दिन पहले अस्पताल लेकर आए। यहां उसकी सोनोग्राफी की गई, लेकिन गर्भपात (डीएनसी) के दौरान महिला की मौत हो गई।
सूचना पर एसआई प्रकाशचंद अस्पताल पहुंचे। इस संबंध में एसआई से बात करने पर बताया कि उन्हें इस संबंध में कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। वहीं निजी अस्पताल संचालक से संपर्क की कोशिश की, लेकिन उन्होंने अपना पक्ष नहीं रखा। बड़ा सवाल है कि महिला की मौत आखिर किस वजह से हुई? अगर महिला की मौत डीएनसी के दौरान ही हुई तो क्या इसके लिए तमाम तय नियमों की पालना की गई? यह जांच का विषय है।
इस संबंध में सीएमएचओ डॉॅ. एचएल ताबियार ने बताया कि स्त्रीरोग विशेषज्ञ डीएनसी कर सकते हैं, लेकिन इसमें भी कई नियम हैं। गर्भवती के अगर 24 सप्ताह से अधिक समय हो जाने पर कोर्ट और दंपति की स्वीकृत समेत कई प्रक्रियाओं को अपनाना पड़ता है। इसके अलावा मौत भी इसी वजह से हुई है या नहीं, यह तमाम जांच का विषय है। इस संबंध में जानकारी ली जाएगी।