छोटी रेल, बड़ी रेल और बिलड़िया गांव को नापला पंचायत में रखने की मांग

ये पहले से ही ग्राम पंचायत में शामिल हैं। ग्राम रेल की दूरी नापला पंचायत से आधा किलोमीटर से भी कम है। ग्रामीणों का कहना है कि वे सजवानिया पंचायत में शामिल नहीं होना चाहते। अगर छोटी रेल, बड़ी रेल और बिलडिया को नई पंचायत में जोड़ा गया तो सरकारी कार्यों में दिक्कतें आएंगी।
राशन सामग्री लेने के लिए दूर जाना पड़ेगा। इससे कई समस्याएं खड़ी होंगी। सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ भी नहीं मिल पाएगा। ग्रामीणों ने बताया कि पहले माही डेम बांध निर्माण के कारण एक गांव डूब क्षेत्र में चला गया था। अब न्यूक्लियर पावर प्लांट प्रोजेक्ट के कारण कई लोग विस्थापित हो चुके हैं। इसका विरोध भी जारी है। ऐसे में प्रशासन से मांग की गई है कि छोटी रेल, बड़ी रेल और बिलडिया को नापला पंचायत में ही रखा जाए।