दिल्ली से आई टीम ने बांसवाड़ा हवाई-पट्टी का लिया जायजा:फ्लाइंग ट्रेनिंग सेंटर शुरू होगा; राइजिंग राजस्थान समिट में हुआ था करार
राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में रेलवे और हवाई कनेक्टिविटी नहीं है, लेकिन जिले के युवा अब हवाई जहाज उड़ाना सीख सकेंगे। वह भी अपने ही जिले में। राज्य सरकार ने राइजिंग राजस्थान के तहत एविएशन कंपनी से एमओयू किया था। इसी के तहत बांसवाड़ा में फ्लाइंग ट्रेनिंग सेंटर खुलेगा। इसके लिए दिल्ली की अव्याना एविएशन कंपनी की टीम बांसवाड़ा पहुंची। ट्रेनिंग सेंटर के लिए फिजिबिलिटी की जांच की जा रही है।
राइजिंग राजस्थान के तहत बांसवाड़ा जिले की तलवाड़ा हवाई पट्टी पर फ्लाइंग ट्रेनिंग सेंटर के लिए की राज्य स्तरीय अनुबंध के बाद अव्याना एविएशन दिल्ली की टीम तलवाड़ा हवाई पट्टी पहुंची। 5 एयरक्राफ्ट में पायलट के साथ आई टीम ने मौके पर पहुंचकर सर्वे किया। सर्वे के बाद रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जाएगी। इसके बाद आगामी निर्णय किए जाएंगे।
तलवाड़ा हवाईपट्टी की धरातलीय स्थिति देखी है
टीम ने प्रशासन से भी सेंटर के लिए आवश्यकता से अवगत कराया है। दिल्ली की टीम ने शार्दुल एस. भार्गवी के साथ तलवाड़ा हवाई पट्टी का एक साथ पांच एयरक्राफ्ट की लैंडिंग, टेक ऑफ, लंबाई- चौड़ाई, हैंगर के लिए उचित स्थान आदि के बारे में सर्वे किया। एविएशन कंपनी के सदस्यों ने कई तकनीकी पहलुओं की भी जांच की है।ॉ
इसी कंपनी ने हाल में ही प्रतापगढ़ को भी चिह्नित किया था लेकिन वहां हवाई पट्टी की चारदीवारी नहीं है। ऐसे में बांसवाड़ा हवाई पट्टी पर ही ट्रेनिंग सेंटर खुलने की संभावना है।
कलेक्टर इंद्रजीत यादव ने बताया- तलवाड़ा हुई पट्टी पर फ्लाइंग ट्रेनिंग के लिए एमओयू हुआ है। इसके लिए टीम ने धरातलीय स्थिति देखी है। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार मिलेगा और जिले को लाभ होगा। पट्टी पर खाली जमीन पड़ी है। उसके पास हैंगर बनाया जाएगा। कोर्ट के अंदर खाली जमीन पर बंकर बनाया जाएगा। पायलट के लिए का स्थान भी चयन कर किया जाएगा।
नहर अंडरग्राउंड करने, बिजली लाइन हटाने के सुझाव दिए
सर्वे टीम ने कुछ तकनीकी सुधार के भी सुझाव दिए। इनमें बिजली की एलटी लाइन हटाने, हवाई पट्टी के नजदीक नहर को अंडर ग्राउंड करने, नजदीक स्थित पहाड़ी के पेड़ों की छंगाई जैसे काम शामिल हैं। अभी हवाई पट्टी पर सिर्फ वीआईपी सुविधा के लिए चौपर और एयरक्राफ्ट लैंडिंग और टेकऑफ की सुविधा मिल रही है।
इस पट्टी पर घरेलू उड़ानों के संचालन की लंबे समय से मांग चल रही है। ऐसे में फ्लाइट ट्रेनिंग सेंटर खुलने से हवाई पट्टी का विकास भी होगा और घरेलू उड़ानों के संचालन में भी काफी मदद मिलेगी।
स्कूल बिल्डिंग, हॉस्टल, खेल मैदान और कॉलोनी भी बनेगी
हवाई पट्टी के पास खाली जमीन है, जहां हैंगर और कोर्ट के अंदर की खाली जमीन पर बंकर बनेगा। प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले पायलटों के ठहराव के लिए कॉलोनी, हॉस्टल और खेल मैदान भी बनेगा। इसके लिए एयर स्ट्रीप के नजदीक 2 एकड़ जमीन ढूंढ रहे हैं।
इस दौरान नायब तहसीलदार जस किरण, गिरदावर राजेंद्र मीणा, पटवारी संजय निनामा, पीडब्ल्यूडी के अभियंता सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।