प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए एक बार ही देना होगा सामान्य वर्ग को 600, आरक्षितों को 400 रु. शुल्क
- सबसे पहले एसएसओ आईडी करनी होगी जनरेट
प्रदेश सरकार ने प्रतियोगी परीक्षा के लिए वन टाइम रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के लिए संशोधित आदेश जारी कर दिया है। इसमें आवेदक को एसएसओ आईडी पर लॉगइन करने के बाद ओअीआर ऑप्शन पर जाकर एक बार पंजीयन शुल्क अदा करना पड़ेगा। इसमें सामान्य वर्ग की अनारक्षित श्रेणी के लिए 600 रुपए, आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थी और दिव्यांगजनों के लिए 400 रुपए शुल्क निर्धारित कर दी गई है। इस रजिस्ट्रेशन फीस को जमा कराने के बाद अभ्यर्थी राज्य सरकार के अलग-अलग विभागों में निकलने वाली तमाम भर्ती परीक्षाओं में अपनी योग्यता जैसे आयु और क्वालिफिकेशन के अनुसार बैठ सकेंगे। इसके लिए उन्हें बार-बार हर एग्जाम में फीस देने की जरूरत नहीं होगी।
सभी उम्मीदवारों को अपनी अलग-अलग SSO आईडी जनरेट करनी पड़ेगी। एक बार रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद कैंडिडेट अपनी योग्यता व उम्र की पात्रता के अनुसार जब तक एग्जाम दे सकता है, तब तक वन टाइम रजिस्ट्रेशन मान्य होगा। यह व्यवस्था राजस्थान में एग्जाम कराने वाले एजेंसियों के अलावा ऑटोनॉमस एजेंसी जैसे डीएलबी, डिस्कॉम और हाउसिंग बोर्ड में भी निकलने वाली भर्तियों पर भी लागू होगी। ये नियम जुलाई से निकलने वाली भर्तियों पर लागू हो जाएगा। जुलाई के अंतिम सप्ताह तक हाउसिंग बोर्ड में करीब 250 से ज्यादा भर्ती निकल रही है। ऐसे वन टाइम रजिस्ट्रेशन इसमें भी लागू होगा। लाभ सिर्फ इन्हें : यह योजना केवल राजस्थान के मूल निवासी अभ्यर्थियों के लिए होगी। अन्य राज्यों से आने वाले अभ्यर्थियों को हर परीक्षा के लिए निर्धारित फीस भरनी पड़ेगी।
जो अभ्यर्थी पहली बार एग्जाम दे रहे हैं या जिनका SSO पोर्टल पर अकाउंट नहीं है। उन्हें पोर्टल पर जाकर सबसे पहले अकाउंट बनाना होगा। इस अकाउंट के बनने के बाद रिक्रूटमेंट ऑप्शन पर जाकर वन टाइम रजिस्ट्रेशन करना होगा। जिसमें अभ्यर्थी की पूरी जानकारी जैसे- नाम, पिता का नाम, पता, आधार नंबर, एजुकेशन से संबंधित सभी जानकारी अपलोड करनी होगी। इसके बाद उसे वन टाइम फीस जमा करवानी होगी। इसी तरह जिन अभ्यर्थियों का पहले से अकाउंट बना है और वन टाइम रजिस्ट्रेशन है, उनको केवल फीस जमा करवानी होगी।