लगातार दो बार हारे नानालाल निनामा पर तीसरी बार भरोसा
बांसवाड़ा जिले की पांचों विधानसभाओं में कांग्रेस और भाजपा ने 4-4 प्रत्याशियों के नामों की घोषणाएं कर दी हैं। रविवार रात को जारी कांग्रेस की दूसरी सूची में टीएडी राज्यमंत्री अर्जुनसिंह बामनिया को जगह मिल गई है। वहीं घाटोल से कांग्रेस ने इस बार फिर हारे हुए प्रत्याशी पर दाव लगाया है। तीसरी बार फिर उन्हें मौका दिया है। अब देखना है पार्टी के भरोसे पर नानालाल निनामा कितना खरा उतरते हैं।
-बामनिया वर्तमान में मंत्री और मुख्यमंत्री के विश्वस्त
कांग्रेस में बांसवाड़ा विधानसभा से प्रत्याशी को लेकर पहले से ही मंत्री अर्जुनसिंह बामनिया का नाम तय था। जिसके पीछे उनका वर्तमान में मंत्री होना तो हैं ही साथ ही वो मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के विश्वस्त मंत्रियों में एक है। यहीं कारण् है कि ढाई साल पहले सरकार गिरने के डर से मुख्यमंत्री ने निर्दलीय विधायक रमीला को लाने के लिए मंत्री बामनिया को स्पेशल चार्टर से बांसवाड़ा भेजा था।
-घाटोल में निनामा का विरोध लेकिन फिर भी बाजी मारी
घाटोल से नानालाल निनामा का टिकट तो वैसे तय ही था, लेकिन विरोध काफी देखने को मिला। करीब दो ढाई माह पहले महंगाई राहत कैंप के तहत घाटोल विधानसभा में सभा के दौरान सीएम गहलोत ने नानालाल निनामा की तारीफें कर टिकट पक्का होने का संकेत तो तभी दे दिया था। फिर भी टिकट पक्का करने में निनामा को मशक्कत करनी पड़ी है।
-भाजपा में बांसवाड़ा और कांग्रेस में गढ़ी विधानसभा पर फैसला बना चुनौती
जिले में दोनों ही पार्टी ने 4-4 प्रत्याशियों के पत्ते खोल दिए हैं। लेकिन दोनों केे लिए एक एक सीट ऐसी हैं जहां फैसला ले पाना आलाकमान के लिए आसान नहीं दिख रहा। जहां भाजपा में बांसवाड़ा विधानसभा सीट से 3 मजबूत उम्मीदवारों के बीच फैसला करना है तो कांग्रेस में गढी विधानसभा सीट के लिए पूर्व विधायक कांता भील का चेहरा तो है लेकिन विरोध वहां थम नहीं रहा। लेकिन पूरे विधानसभा में अच्छी पकड़ रखने वाला बड़ा चेहरा पार्टी को नहीं मिल पा रहा है।