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कच्चे माल का आयात घटा, ट्रांसपोर्ट चार्ज बढ़ा भवन निर्माण सामग्री के दाम 50% तक बढ़े

Banswara
कच्चे माल का आयात घटा, ट्रांसपोर्ट चार्ज बढ़ा भवन निर्माण सामग्री के दाम 50% तक बढ़े
@HelloBanswara - Banswara -

सरिए के दाम प्रतिकिलो 20 रुपए बढ़े, रेत, ईंट, सीमेंट सब महंगे, 20 फीसदी तक बढ़ी मकान की लागत, अभी आगे और ज्यादा कीमत बढ़ने की संभावना

लोहे, ईंट सहित अन्य वस्तुओं में बढ़ी कीमतों से अब घर बनाना अाैर महंगा हाे गया है। लोहे, स्टील, बिल्डिंग मेटिरियल में 30 से 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी से व्यापारियों के लिए परेशानी बढ़ गई है। उद्यमी इस बात से चिंतित की कोरोनाकाल में पहले ही नुकसान झेल चुके हैं, अब कच्चे माल की कीमत उनके लिए फिर परेशानी का सबक बनता जा रहा है। साथ ही कम बजट में मकान बनाने का सपना देख रहे लोगों को भी झटका लगा है। पहले के मुकाबले अब नए मकान निर्माण में करीब 15 से 20 प्रतिशत कीमत बढ़ गई है। जहां लोहे के सरिए में प्रति किलो 20 रुपए बढ़ गए हैं। जहां पहले सरिए की कीमत 4000 रुपए थी, अब 6000 रुपए से अधिक हो गई है। वहीं सीमेंट में भी प्रति कट्टे में 20 से 50 रुपए की बढ़ोतरी हुई है। इसके अलावा रेती में 100 से 150 रुपए प्रति टन की बढ़ोतरी हुई है। ईंट में भी पहले की मुकाबले अब कीमतों की काफी बढ़ोतरी हुई है। जहां तीन महीने पहले 1500 ईंटों की कीमत 6 हजार रुपए थी, अब 7500 से लेकर 8000 तक कीमत हो गई है। गिट्टी में भी प्रति ट्रॉली में करीब 500 रुपए की बढ़ोतरी बताई जा रही है।

सप्लायर बोले- डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्ट चार्ज भी बढ़ गया
सप्लायरों का कहना है कि डीजल-पेट्रोल के दाम बढ़ने से ट्रांसपोर्ट चार्ज बढ़ गया है। माल भाड़े की दर बढ़ने से बिल्डिंग मटेरियल भी महंगा हो गया है। डीजल के दाम बढ़ने से लोहे की रेट भी बढ़े हैं, जबकि सीमेंट लोहा गुजरात से मंगाया जाता है। जिसका पहले भाड़ा कम था जो वर्तमान में बढ़ा दिया है। जिसके कारण लोहा महंगा हुआ है। बिल्डिंग मटेरियल सप्लायर शहर के स्टील प्वाइंट के मालिक इकबाल हुसैन ने बताया कि सामग्री की मांग अधिक है, इस कारण दिनोंदिन कंपनियां सामग्री के रेट बढ़ा रही है। मार्केट में सामग्री की कमी बनी हुई है उठाव ज्यादा होने के कारण बिल्डिंग मटेरियल सामग्री के दाम बढ़ने लगे हैं।

30 हजार तक बढ़ी मकान की लगात: अब मकान निर्माण के लिए पहले के मुकाबले अब 15 से 20 प्रतिशत की लागत बढ़ गई है। सरिए में सबसे ज्यादा कीमत की बढ़ोतरी हुई है जो किसी भी मकान निर्माण में 10 से 11 प्रतिशत खर्च लोहे का ही रहता है। जिसके चलते घर में एंगल, चैनल, पाइप, चौरस बार, राउंड बार, एंगल पत्ती सहित अन्य सामग्री रहती है जिसके चलते मकान में लगाई जाती है। जहां तीन महीने पहले एक मकान निर्माण में अगर 1.50 लाख खर्च हो रहा है था, अब वह मकान निर्माण में 2 लाख के करीब लागत आ रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना में मकानों को बनाने में हितग्राहियों को पसीना छूट रहा है। बाजार में निर्माण सामग्री की मांग बढ़ने से भवन सामग्री महंगी हो गई है। रेत के दाम में अधिक हो गए हैं। इस कारण भवन निर्माण का बजट गड़बड़ा गया।

जिन प्रोजेक्ट की राशि ली, उनमें ज्यादा नुकसान होगा

अभी रेट काफी चीजों की बढ़ी है, लेकिन लोहे की कीमत सबसे ज्यादा बढ़ी है। अभी जो प्रोजेक्ट ले रखे हैं उसमें भी नुकसान उठाना पड़ रहा है, क्योंकि पहले इतनी ज्यादा रेट नहीं थी, अब रेट बढ़ गई है। अब जो काम लिया है उसमें तो कुछ कर नहीं सकते हैं। हम भी अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं कि इतनी ज्यादा रेट लोहे, गिट्टी, सीमेंट की कैसे बढ़ गई। -मनोज माथुर, अध्यक्ष, रियल स्टेट एसोसिएशन

कीमत तो बढ़ गई है। कंपनियों का मानना है की कच्चे माल की कमी है। कच्चा माल जो बाहर से आता है वह आ नहीं रहा है। जिसके चलते कीमत बढ़ गई है। साथ ही आने वाले समय में भी बिल्डिंग मेटिरियल में काफी बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। -मयूर जैन, व्यापारी, बिल्डिंग मेटिरियल
 

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