12वीं की फर्जी मार्कशीट से जीएनएम में प्रवेश के मामले में 4 आराेपी गिरफ्तार, सभी को जेल
नर्सिंग काेर्स में दाखिले का मामला } मुख्य आराेपी संजय के खिलाफ वारंट जारी, अब तक 33 गिरफ्तारियां
बांसवाड़ा एमजी अस्पताल के राजकीय जीएनएम ट्रेनिंग सेंटर में बारहवीं कक्षा की फर्जी मार्कशीट से प्रवेश लेने संबंधी चार साल पुराने मामले में वांछित चार आराेपियाें काे कोतवाली पुलिस ने गुरुवार काे चार ओर आराेपियाें काे गिरफ्तार किया।देरशाम चाराें आराेपियाें काे काेर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। पुलिस ने लखेरिया निवासी अंकेश डामाेर, चडला निवासी सुरेश कटारा, टामटिया निवासी देवीलाल निनामा और काडापाड़ा बाेरपीखांट निवासी आशाराम बरगाेट काे गिरफ्तार किया। बाद में काेर्ट में पेश करने पर जेल भेज दिया गया। जांच अधिकारी एसआई रमेश ने बताया कि इस केस में अब कुल 37 आराेपी हैं, जिनमें से अब तक 33 आराेपियाें की गिरफ्तारी हाे चुकी है। शेष 3 अन्य आराेपियाें की गिरफ्तारी बाकि है। मुख्य आराेपी घाटाेल के टिबुलापाड़ा का संजय डामाेर के खिलाफ काेर्ट से वारंट जारी कर रखा है। संजय की ने गिराेह से संपर्क कर फर्जी अंकतालिकाएं बनवाई और उन्हें छात्र-छात्राओं काे दी थी। इसके अलावा संजय के नर्सिंग कर्मी रिश्तेदार माेहनलाल की भी भूमिका संदिग्ध है। बाकि गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई जारी है।
गौरतलब है कि दस्तावेज सत्यापन में आए पकड़ में प्रकरण के अनुसार वर्ष 2019 में नर्सिंग कोर्स (जीएनएम) दाखिले को लेकर अभ्यर्थियों से आवेदन मांगे थे। दाखिले के समय मूल दस्तावेज जांच में अंकतालिकाएं फर्जी मिली थी। इस पर 4 अक्टूबर, 2019 को राजकीय महात्मा गांधी चिकित्सालय के तत्कालीन पीएमओ डॉ. एन.एल. चरपोटा ने कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। शुरुआत में दो मामले पकड़े गए थे। बाद में धीरे-धीरे मामले पकड़ में आते गए, जो करीब 37 तक पहुंच गए। जांच में 35 मार्गशीट फर्जी पाई जा चुकी है। सभी ने चार-पांच साल पहले जम्मू एंड कश्मीर बाेर्ड आॅफ स्कूल एजुकेशन 12वीं की फर्जी मार्कशीट पेश की थी।