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डूंगरपुर-जयसमंद रेल लाइन : 110 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ा इंजन,सीआरएस की अनुमति मिलते ही चलेगी ट्रेन

Dungarpur
डूंगरपुर-जयसमंद रेल लाइन : 110 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ा इंजन,सीआरएस की अनुमति मिलते ही चलेगी ट्रेन
@HelloBanswara - Dungarpur -

डूंगरपुर | बहुप्रतीक्षित उदयपुर-हिम्मतनगर रेलवे आमान परिवर्तन परियोजना का काम पूरा होने जा रहा है। करीब 300 किमी के ट्रेक पर 53 किमी के हिस्से जयसमंद से डूंगरपुर के बीच का काम भी पूर्ण हो चुका है। इस पर सीआरएस जांच से पहले गुरुवार को रेलवे निर्माण विभाग के इंजीनियरों ने ट्रेन का स्पीड ट्रायल किया। इसी को लेकर खंड के चीफ इंजीनियर अंकुर जैन व स्थानीय अधिकारियों ने डूंगरपुर से जयसमंद के बीच 30 से 40 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलते हुए पहले रेल पटरी पर बारीकी से निरीक्षण कर कमियों को देखा।

छोटे-बड़े पुला, रेलवे अंडर पास और रोड ओवर ब्रिज का निरीक्षण किया। जयसमंद से डूंगरपुर वापसी के दौरान इंजन को 110 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ाया। निरीक्षण के दौरान ट्रेक को ओके का सिग्नल दिया गया है। अब यह ओके रिपोर्ट सीआरएस यानी रेलवे संरक्षा आयुक्त को भेजी जाएगी। उम्मीद है कि आगामी पांच से सात दिनों में डूंगरपुर से जयसमंद के बीच सीआरएस होगा। इस निरीक्षण में सबकुछ ठीक रहा तो डूंगरपुर से जयसमंद के बीच ट्रेन चलाने की मंजूरी मिल सकती है। इसके बाद जो डेमू ट्रेन अभी असारवा गुजरात से डूंगरपुर आ रही है उसे जयसमंद तक एक्सटेंशन मिल सकता है।

उदयपुर-हिम्मतनगर रेल आमान परिवर्तन का काम अंतिम चरणों में हैं। जहां करीब दो साल पहले उदयपुर से खारवाचांदा हिस्से का सीआरएस होने के बाद ट्रेन चल रही है, वहीं डूंगरपुर से हिम्मतनगर के बीच भी ट्रेन शुरू हो चुकी है। खारवाचांदा से जयसमंद के बीच भी काम लगभग पूरा हो चुका है। वहीं जयसमंद से डूंगरपुर के बीच 53 किमी रेलखंड पर काम पूरा होने के बाद सीआरएस आएंगे।

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