शिक्षकों की भर्ती करने को लेकर उठी मांग:दिव्यांगों के अभिभावकों और शिक्षकों ने राज्य सरकार के खिलाफ खोला मोर्चा, किया विरोध
राज्य की सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे दिव्यांग बालकों के लिए विशेष शिक्षक नहीं होने के कारण लगातार ड्रॉप आउट बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी हाे रही है। राज्य के दिव्यांग बालकों की शिक्षा व्यवस्था लचर बनी हुई है। हाल ही जब सरकार 31000 पदों पर शिक्षक भर्ती करने जा रही है लेकिन उससे दिव्यांग बालकों को पढ़ाने वाले विशेष शिक्षकों का कोई पद नहीं है। जिसके विरोध में पिछले 22 दिनों से शहीद स्मारक जयपुर में चल रहा धरना दीपावली पर भी जारी रहा।
धरने पर उपस्थित बच्चों के अभिभावकों व शिक्षकों ने विरोध में 2 दिन भूखे रहकर काली दीपावली मनाई। अभिभावकों की मांग है कि जैसे रीट के माध्यम से सरकार सामान्य बालकों के लिए शिक्षक देने जा रही है वैसे ही उनके बच्चों को पढ़ाने वाले शिक्षक भर्ती किए जाए। अपनी मांग को सरकार तक पहुंचाने के लिए शनिवार को पूरे देश से लोगों ने इन बालकों के लिए शिक्षक उपलब्ध करवाने की मांग के लिए ट्विटर के माध्यम से अभियान चलाया जो 1 लाख ट्वीट के साथ पूरे देश ट्रेंड पर रहा। अभिभावकों ने स्पष्ट कहा है कि अब भी सरकार ने अगर हमारी मांग नहीं मानी तो धरना तो जारी रहेगा। साथ ही 24 नवम्बर को प्रियंका गांधी की उत्तरप्रदेश की रैली में दिव्यांग बालकों सहित कूच करेंगें व आलाकमान को सरकार की दिव्यांग विरोधी नीति से अवगत करवाएंगे।