लव-कुश वाटिका का उद््घाटन; कमल कुंड चिल्ड्रन पार्क और वॉच टावर होंगे आकर्षण

पर्यावरण दिवस के अवसर पर वन विभाग के तत्वाधान में श्री भंडारिया हनुमान मंदिर परिसर में समारोह हुआ। इस अवसर पर समाईमाता भापोर वन क्षेत्र में वन विभाग की और से निर्मित लव-कुश वाटिका का उद्घाटन किया गया। वर्चुअल उद्घाटन में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने किया। वाटिका में चिल्ड्रन पार्क, बगीचा, कमल कुंड, वॉच टावर, गचीपा के अलावा सुरक्षा चौकी भी बनाई गई है।
मुख्य अतिथि पूर्व राज्यमंत्री धनसिंह रावत ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी से बचाव के लिए अधिकाधिक पौधे लगाकर उनका संरक्षण करे। खेत-खलिहान, जंगल से लगाकर घर आंगन तक पौधे लगे, जिससे नेचुरल ऑक्सीजन हमें प्राप्त हो सके। उन्होंने रोजगार का सृजन हो सके इसके लिए सहजन, बिल्व, जामुन, कटहल, गोंदी आदि के पौधे लगाने का आह्वान किया। अध्यक्षता करते हुए कलेक्टर डॉ. इंद्रजीत सिंह यादव ने उपस्थित वन सुरक्षा समिति के सदस्यों, ग्रामीणों तथा वनकर्मियों से आह्वान करते हुए कहा कि हरियालो राजस्थान अभियान के अंतर्गत एक पौधा स्वयं के नाम से भी लगाए, जिससे हमारी स्मृतियां जीवनभर पौधे के साथ जुड़ी रह सके। उन्होंने कहा कि लव-कुश वाटिका के निर्माण से यहां पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। लव-कुश वाटिका का प्राकृतिक वातावरण लोगो को आकर्षित करेगा। आरंभ में अतिथियों का स्वागत करते हुए उपवन संरक्षक अभिषेक शर्मा ने कहा कि लव-कुश वाटिका का कार्य दो भागों में हुआ। बागीदौरा के मंडोक महादेव में एक और लव-कुश वाटिका का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इसका एक मात्र उद्देश्य आमजन को नेचर से कनेक्ट करना है।
कार्यक्रम में एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला बतौर विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। इससे पूर्व मुख्य अतिथि धनसिंह रावत तथा अतिथियों ने फीता काटकर लव-कुश वाटिका का उद्घाटन किया। अतिथियों ने बरगद, पीपल, आंवला के पौधे लगाए। एसीएफ अभिनव मालव, रेंजर संतोष डामोर, प्रवीण अहारी, देवीलाल मीणा ने अतिथियों को तुलसी का पौधा भेंटकर किया। संचालन डॉ. दीपक द्विवेदी ने किया। इस दौरान वन सुरक्षा समिति के पदाधिकारी, सदस्य के अलावा, वागड़ पर्यावरण संस्थान से विनय भट्ट, हिमालय जोशी व बड़ी संख्या में वनकर्मी मौजूद थे।
