डॉक्टर की बजाय वार्ड बॉय ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए लिख रहा था पर्ची, कलेक्टर ने फटकारा
कोरोना वार्ड में बदइंतजामियों और ऑक्सीजन सप्लाई की लगातार बढ़ रही मांग के बीच कलेक्टर अंकित कुमार सोमवार शाम एमजी अस्पताल पहुंचे। यहां कोरोना के लिए अधिग्रहित वार्ड का जब दौरा किया तो बड़ी गड़बड़ी सामने आई। यहां ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए डॉक्टर की बजाय वार्ड बॉय खुद ही पर्ची पर दस्तखत कर स्ट्रॉन्ग रूम भेज रहा था। इसका पता चलते ही कलेक्टर ने फटकार लगाते हुए पीएमओ को तत्काल वार्ड बॉय को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। हालांकि बाद में सस्पेंशन रोक दिया गया। कलेक्टर ने कहा कि जरूरी होने पर मरीज को हर हाल में ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाएगी। लेकिन इस तरह बिना यह जांचे कि मरीज का ऑक्सीजन सेचुरेशन कितना है, पर्ची लिखने से ऑक्सीजन की मांग बढ़ जाती है। बाद कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन के साथ बैठक की और वार्डों में व्यवस्थाएं सुधार पर जोर दिया। इधर, पीएमओ डॉ. रवि उपाध्याय ने बताया कि कंपाउंडर हर्ष जैन ने सिलेंडर के लिए पर्ची लिखी थी, लेकिन उस पर डॉक्टर के हस्ताक्षर नहीं थे। उसे नोटिस देकर जवाब मांगा है। कोरोना वार्डों से रात में अव्यवस्थाओं को लेकर भी लगातार शिकायतें मिल रही थी जिस पर कलेक्टर ने छोटी सरवन एसडीएम की ड्यूटी लगाई है। गौरतलब है कि रात में भी वार्डों में परिजनों कि काफी चहल-पहल रहती है। जिस पर रात 9 बजे से सुबह तक अब बिना किसी इमरजेंसी के वार्ड में प्रवेश पर निगरानी की जाएगी। अस्पताल में ऑक्सीजन पाइप लाइन और सिलेंडर से वार्डों में बेड के नजदीक स्टीकर लगाए है। जिसमें ऑक्सीजन की कितनी मात्रा कैसे लेनी है इसका इस्तेमाल कैसे करना है इसका तरीका बताया गया है।
राहत : 14 दिन बाद केवल 121 रोगी, चिंता : 10 की मौत
कोरोना वार्डों में सोमवार को 10 संक्रमितों ने दम तोड़ दिया। मरने वालों में सभी 40 या इससे ज्यादा उम्र के थे। इनमें 4 महिलाएं हैं। मृतकों में रातीतालाई, प्रगतिनगर, दाहोद रोड, कालिका माता क्षेत्र और राजतालाब क्षेत्र निवासी है। इधर, कोरोना जांच रिपोर्ट में काफी दिनों बाद संक्रमितों का आंकड़ा 150 से भी कम आया है। ऐसे में राहतभरी खबर है। रिपोर्ट अनुसार 670 लोगों की जांच की गई जिसमें से 121 लोग संक्रमित मिले हैं। हालाकि संक्रमितों की कम संख्या के पीछे एक वजह आम दिनों से सैंपलिंग कम होना बताया गया है। रिपोर्ट अनुसार कोतवाली से दो जवान कोरोना संक्रमित मिले हैं। वहीं ब्लॉक अनुसार बात करे तो बांसवाड़ा ब्लॉक में 71, कुशलगढ़ ब्लॉक में 25, परतापुर में 9, सज्जनगढ़ में 6, घाटोल में 8 और बागीदौरा ब्लॉक में महज 2 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं।
कलेक्टर से की डॉक्टर की शिकायत
अस्पताल में निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर के सामने मरीजों के परिजनों ने डॉक्टर और स्टाफ की शिकायत की। कोरोना संक्रमित के परिजन ने बताया कि इस अस्पताल में शव भी उन्हें ही पैक कर ले जाने पड़ रहे हैंं। संक्रमित की ऑक्सीजन सेचुरेशन कम होने पर डॉॅक्टर को बुलाया तो कोई नहीं आया। आखिरकार डॉ. जिमेश पंड्या परिजनों के बुलाने पर पहुंचे और मरीज की सेचुरेशन बढ़ाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। मरीज के लिए दूसरे सिलेंडर की व्यवस्था करते उससे पहले ही वो अंतिम सांस ले चुका था।