उदयपुर हत्याकांड का 26/11 कनेक्शन, मर्डर के लिए खास नंबर वाली बाइक का इस्तेमाल; 2 और आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया
कन्हैयालाल का मर्डर सोची समझी साजिश थी। अब इस पूरे मामले में आरोपियों की जिहादी सोच का भी खुलासा हुआ है। रियाज की नफरत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उसकी बाइक का नंबर 2611 था। यह नंबर मुंबई आतंकी हमले की तारीख से जुड़ा है। रियाज ने बाइक भले ही किश्तों में ली हो, लेकिन यह नंबर लेने के लिए RTO को 5 हजार रुपए एक्स्ट्रा फीस दी थी।
अब तक की जांच में इस गाड़ी का नंबर सामने आया, पड़ताल की तो रियाज की वह बाइक भी सामने आई, जिससे वह गौस के साथ कन्हैयालाल का मर्डर करने पहुंचा था। ऐसे में इस गाड़ी का नंबर इशारा कर रहा है कि वह मुंबई आतंकी हमले से प्रभावित थे।
अपनी पहचान छिपाने के लिए घर बदलता रहा
रियाज चाहता था कि उसे कम लोग पहचानें, इसलिए वह लगातार घर बदलता रहता था। 2011 में मुंबई हमले के बाद रियाज ने 2013 में बाइक खरीदी थी। जब रियाज ने बाइक खरीदी, तब वह फिरोज खान के मकान में किराए से रहता था। अपनी पसंद का नंबर लेने के लिए 5 हजार रुपए प्रीमियम भी जमा कराया था। इसके भी डॉक्यूमेंट सामने आए हैं। इसमें बाइक रियाज के नाम से रजिस्टर्ड है।
बताया जा रहा है कि RJ 27 AS 2611 नाम की इस बाइक से रियाज को काफी लगाव था। इसलिए मर्डर करने के लिए भी इसी बाइक से गौस के साथ आया था। इसके बाद इसी बाइक से दोनों फरार हुए थे। हालांकि पुलिस ने अब बाइक को जब्त कर लिया है, लेकिन जांच एजेंसियां इस नंबर के पीछे की कहानी और फैक्ट जुटाने में लगी है।
मर्डर के बाद मोटरसाइकिल से भागे थे
टेलर कन्हैयालाल की हत्या के तत्काल बाद का एक नया CCTV फुटेज सामने आया है। फुटेज में हत्यारे गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार एक खास नंबर वाली मोटरसाइकिल से भागते हुए दिख रहे हैं। फुटेज में साफ नजर आ रहा है कि हत्या की जानकारी मिलने के बाद मार्केट में हड़कंप मच गया था। लोग चीखते हुए भाग रहे थे और मार्केट की दुकानें बंद होने लगी थीं।
SIT जांच में सामने आया है कि हत्यारों ने अपनी बाइक स्टार्ट रखी थी, ताकि मर्डर के बाद वे तत्काल वहां से भाग सकें। जैसे ही मार्केट में मर्डर की खबर फैली तो वहां मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगे थे।
इधर, दोनों हत्यारों का केस उदयपुर जिला अदालत ने NIA को ट्रांसफर कर दिया है। एनआईए ने उदयपुर जिला कोर्ट में भी एक अर्जी लगाई थी कि दोनों हमलावरों और हत्याकांड से जुड़े दस्तावेज व अन्य सबूत उसके सुपुर्द किए जाएं। माना जा रहा है कि आज दोनों को जयपुर में NIA कोर्ट में पेश किया जा सकता है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी इनको रिमांड पर लेने की मांग करेगी।
केस ट्रांसफर होने के बाद NIA को गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार की कस्टडी मिल जाएगी। कोर्ट से रिमांड मिलने के बाद NIA दोनों से पूछताछ करेगी। इस बीच, हत्यारे गौस मोहम्मद और रियाज जब्बा को उदयपुर से अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है।
वहीं, हत्या की जांच को लेकर NIA की टीम गुरुवार रात कानपुर पहुंची और कई जगहों पर छापेमारी की। हत्यारों के पास से बरामद दस्तावेज से कानपुर कनेक्शन के बाद यह कार्रवाई हुई है। इधर, शुक्रवार को चौथे दिन भी राजस्थान में इंटरनेट बंद है। हिंसा न हो इसके लिए धारा 144 भी लगी हुई है।
उदयपुर मर्डर केस में आज के 5 बड़े अपडेट्स...
1. हत्याकांड की साजिश में शामिल 2 और आरोपियों को देर रात पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने मोहसिन और आसिफ नाम के आरोपी पकड़ा है, इसके अलावा 3 अन्य लोगों से भी पूछताछ चल रही है। इस हत्याकांड में आर्म्स एक्ट के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। मोहसिन और आसिफ को कोर्ट में पेश किया गया, उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
2. राजस्थान सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए उदयपुर के SP और IG रेंज को हटा दिया है। हत्याकांड की जांच के लिए बनी SIT को लीड कर रहे प्रफुल्ल कुमार नए IG बनाए गए हैं।
3. हत्यारे गौस और रियाज जब्बार को उदयपुर से अजमेर की हाई सिक्योरिटी जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। देर रात 3 बजे दोनों को अजमेर ले जाया गया। सुरक्षा के मद्देनजर को अलग-अलग बैरक में रखा गया है।
4. शुक्रवार को सीकर, दौसा, बाड़मेर सहित कई छोटे शहरों को बंद रखने का ऐलान किया गया है। इसके मद्देनजर पुलिस अलर्ट पर है। वहीं, 2 जुलाई को कोटा और अलवर बंद रहेंगे।
5. उदयपुर में कर्फ्यू के बीच आज दोपहर 3 बजे से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा शुरू हो गई। 7 किमी लंबी रथयात्रा को पूरा होने में करीब 8 घंटे का समय लगेगा। रथयात्रा समिति के संरक्षक घनश्याम चावला ने बताया कि रथयात्रा में ना ही गुलाल फेंकी जा रही है और ना ही कोई आतिशबाजी हो रही है।
कल सुबह कन्हैया के परिजनों से मिले CM, रात में बड़ा फेरबदल
इस पूरे मामले में अपनी लापरवाही को लेकर उदयपुर पुलिस लगातार घिर रही थी। सरकार की भी किरकिरी हो रही थी। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गुरुवार को जब कन्हैयालाल के परिजनों से मिलने गए तो भी उन्होंने यही शिकायत की। उसके ठीक कुछ घंटों बाद ही उदयपुर के SP और IG को हटा दिया गया।
इसमें उदयपुर के SP मनोज कुमार और IG हिंगलाज दान को हटाकर नॉन-फील्ड पोस्टिंग दी गई। मनोज कुमार को RAC कोटा की सेकेंड बटालियन का कमांडेंट बनाया गया। वहीं, हिंगलाज दान को सिविल राइट्स जयपुर का महानिरीक्षक बनाया गया।
NIA को नहीं मिल रहा आतंकी कनेक्शन, SIT भी करेगी पूछताछ
NIA ने कहा कि इस वारदात के पीछे आतंकी संगठन से कनेक्शन अभी स्पष्ट नहीं है। इसको लेकर जांच में अभी तक कोई सबूत नहीं मिले हैं। इसके बाद अब यह भी सवाल है कि मामले की जांच NIA ही करेगी या राज्य की SIT और SOG करेगी।