एमजी अस्पताल में रोज 65 सिलेंडर ऑक्सीजन बनाने वाला प्लांट इसी माह बनेगा
कोरोना महामारी में ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे एमजी अस्पताल के मरीजों के लिए राहतभरी खबर है। अस्पताल में नए ऑक्सीजन प्लांट का काम शुरू कर दिया है।
73 लाख की लागत से बताया जा रहा यह प्लांट मौजूदा प्लांट से दोगुनी ऑक्सीजन जनरेट करने में सक्षम होगा। अच्छी बात यह है कि इसके लिए ज्यादा लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। प्लांट का काम 30 दिन के भीतर यानी इसी महीने पूरा करने की समय सीमा भी तय की गई है। प्लांट के शुरू होने से रोजाना 60 से 65 सिलेंडर ऑक्सीजन जनरेट हो पाएगी।
स्वास्थ्य विभाग के इंजीनियर विश्राम एस डाबी बताते है कि मौजूदा प्लांट से 35 से 40 सिलेंडर ऑक्सीजन जनरेट होती है। संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए 65 सिलेंडर ऑक्सीजन जनरेट करने वाला प्लांट लगाया जा रहा है। करीब 10 लाख की लागत से इसका फाउंडेशन बनाया जाएगा, जिसका निर्माण काम रविवार से शुरू कर दिया गया है। वहीं एक निजी फर्म भी जल्द ही अस्पताल में नया प्लांट लगाएगी। ऐसे में सबकुछ सही और समय पर हुआ तो इस महीने के आखिरी तक संक्रमितों के लिए आगामी दिनों में पर्याप्त ऑक्सीजन की सप्लाई मिल सकेगी। वहीं अब तक ऑक्सीजन की कमी और कम प्रेशर की समस्या बताकर इस्तेमाल नहीं किए जा रहे 20 वेंटिलेटर की सुविधा भी मरीजों को मिल पाए।
निजी फर्म की ओर से भी लगाया जाएगा नया प्लांट
एक निजी कंपनी की आेर से कोविड संक्रमितों को मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए उदयपुर संभाग मुख्यालय सहित नाथद्वारा, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा 5 पीएसए टाइप ऑक्सीजन प्लांट लगाए जाने हैं। एमजी अस्पताल में काम शुरू किया जा सकता है। ये ऑक्सीजन प्लांट विदेश से आयात किए जाएंगे, जो कि मॉलिक्यूलर सीव, टच स्क्रीन एचएमआई सहित अन्य आधुनिक सुविधाओं से युक्त होंगे। एक प्लांट से 50 से अधिक बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई की जा सकेगी।
173 संक्रमितों को दी ऑक्सीजन
एमजी अस्पताल में प्लांट से रोजाना 165 ऑक्सीजन गैस सिलेंडरों से आपूर्ति की जा रही है। पिछले दिनों मरीज बढ़ने पर ऑक्सीजन की कमी पड़ गई थी। प्रशासन ने प्लांट अपने नियंत्रण में लिया था। एसडीएम पर्वत सिंह चुंडावत ने बताया कि 127 बड़े, 20 छोटे सिलेंडरों से वार्ड में संक्रमितों को ऑक्सीजन सप्लाई की जा रही है। प्लाट को बैकअप देने के लिए अलग से सिलेंडरों का बंदोबस्त कर रखा है।