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N₹~HM:बिना टेंडर अस्पतालों में मरम्मत, रंगरोगन के नाम कर दिया ठेकेदार काे 20 लाख का भुगतान

Banswara
N₹~HM:बिना टेंडर अस्पतालों में मरम्मत, रंगरोगन के नाम कर दिया ठेकेदार काे 20 लाख का भुगतान
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बदरेल सीएचसी का हाॅल जहां रिपेयर वर्क का काम बताया। - Dainik Bhaskar
बदरेल सीएचसी का हाॅल जहां रिपेयर वर्क का काम बताया।

चिकित्सा विभाग की एनआरएचएम की सिविल विंग में भ्रष्टाचार खुला ताे अधिकारियाें काे किया रीलिव, एमजी अस्पताल में इंटरलाॅकिंग ब्लाॅक लगाए ही नहीं और भुगतान कर दिया

चिकित्सा विभाग में फर्जी वैक्सीनेशन के बाद अब फर्जी तरीके से करीब 20 लाख रुपए का भुगतान चहेते ठेकेदारों काे कर दिया। मामला राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (NRHM) सिविल विंग का है। जिसमें अधिकारियों ने बिना टेंडर किए ही अलग-अलग चार कामाें के फर्जी तरीके से 20 लाख रुपए का भुगतान ठेकेदार काे कर दिया। जब इसकी शिकायत उच्चाधिकारियों काे हुई ताे सभी अधिकारियों काे गुपचुप तरीके से रिलीव कर दिया। भास्कर ने पड़ताल की ताे सामने आया कि एनआरएचएम में प्रावधान है कि सीएचसी, पीएचसी और अन्य अस्पतालों से डिमांड आने पर ही उसकी काम की स्वीकृति जारी हाेती है लेकिन यहां कई काम बिना डिमांड के ही किए हैं।

में रिपेयर वर्क के नाम पर उठाया गया बिल।
में रिपेयर वर्क के नाम पर उठाया गया बिल।

भास्कर टीम ने कुछ दस्तावेज और बिल में देखा कि बदरेल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरम्मत के कामाें का 14.62 लाख रुपए का भुगतान एमएस/नरेंद्र गुप्ता फर्म काे किया है। यह भुगतान सीमेंट बेस्ट वाॅल पुट्टी और प्लास्टिक पेंट से वाल पेंटिंग सहित तीन कामाें का है। वाउचर नंबर 207, 208 और 209 का 25 अप्रैल 22 काे भुगतान किया। वाउचर नंबर 207 में बताया कि फर्म द्वारा बदरेल के अस्पताल में एग्जिस्टिंग हाॅल में रिपेयर वर्क किया। यहां ठेकेदार ने वाल पुट्टी का ही 3 लाख 62 हजार का बिल दिया और प्लास्टिक पेंट का 1.36 लाख रुपए का बिल दिया है।

घपला : एमजी अस्पताल में पीडब्ल्यूडी ने ब्लाॅक लगाए, उसे खुद का बता 5 लाख उठाए
कमरा छोटा हो या बड़ा, सबकी मरम्मत और रंगरोगन का खर्च एक ही बताया, बिना जांच के भुगतान भी हुआ
​​​​​​​वाउचर पर मरम्मत के दो अलग-अलग कामों की लगभग समान दर बताई है। वाॅल पुट्टी की सीमेंट की रेट 176 रुपए के अनुसार पूरे काम की राशि 3 लाख 59 हजार 82 रुपए और वाॅल पेंट के लिए प्लास्टिक पेंट का 1 लाख 34 हजार 995 रुपए सहित कुल 4 लाख 84 हजार 196 रुपए का बिल जाेड़ा गया।

लैबर रुम में मरम्मत के नाम पर उठाया बिल ।
लैबर रुम में मरम्मत के नाम पर उठाया बिल ।

वाउचर नंबर 208 में भी इमरजेंसी रूम में रिपेयर वर्क के नाम पर 4 लाख 80 हजार 88 रुपए का भुगतान किया है। ये सभी भुगतान एक ही दिन में किए हैं। बदरेल सीएचसी में कार्यरत चिकित्सा प्रभारी, अकाउंटेंट और अन्य कार्मिकों ने कहा कि ऐसा काेई काम यहां नहीं हुआ।

एमजी अस्पताल में भी ब्लाॅक लगाने के नाम पर ठेकेदार ने 5 लाख रुपए का भुगतान उठाया। फर्म पंकज ब्रदर्स के ठेकेदार वीरेंद्र यादव से बात करने पर बताया कि उन्होंने ब्लाॅक लगाए हैं, एईएन काे साथ लेकर जाअाे, देखाे कि कहां ब्लाॅक लगाए हैं। इधर, एमजी अस्पताल प्रबंधन ने बताया कि दाे बार इंटरलॉकिंग ब्लाॅक का काम हुअा। जिसमें एक डीएमफटी के फंड से किया अाैर दूसरी बार 8 लाख के एनपीसीआईएल के बजट से पीडब्ल्यूडी से कराया गया है। एनआरएचएम के माध्यम से काेई कार्य नहीं किया है।

ठेकेदार बाेला-एक्सईएन बताएंगे कहां काम किया
बिल पर कहीं भी एग्रीमेंट नंबर, टेंडर ओपन हाेने की तारीख, काम शुरू करने और खत्म करने की तारीख, वर्क ऑर्डर नंबर सहित अन्य आवश्यक जानकारियों का उल्लेख ठेकेदार द्वारा नहीं किया है। तीनों बिलों में दरें लगभग समान हैं। ठेकेदार नरेंद्र गुप्ता से बात कि ताे वाे पूरे मामले में यही कहते रहे कि एक्सईएन ने काम कराए हैं ताे वाे बताएंगे कि हमनें काम कहां किया। हमने काेई भुगतान नहीं उठाया है।

अभी ज्वॉइन किया है, मुझे नहीं पता : एक्सईएन
मैंने अभी ज्वॉइन किया है। मुझे नहीं पता पहले क्या हुआ। जाे काम पहले के एक्सईएन ने कराए, मेरा यह अधिकार नहीं है कि मैं अपनी समान रैंक के अधिकारी की जांच करूं या करवाऊं। आप उच्चाधिकारियों काे बताएं। -बीएल माली, एक्सईएन, एनआरएचएम, सिविल विंग

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