संक्रमितों के पास ऑक्सीजन सिलेंडर फिर भी पर्ची जारी कर रहे हैं डाॅक्टर
अब दाे प्लांट से हाे रही है वार्डाें में ऑक्सीजन की सप्लाई
एमजी अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर की मारामारी को लेकर डॉक्टर्स की गलतियां भी कुछ हद तक जिम्मेदार बनी हुई हैं। मरीज के परिजनों की मांग पर डॉक्टर्स बिना जरूरत के ऑक्सीजन सिलेंडर की पर्चियां जारी कर रहे हैं।
डॉक्टर्स की लापरवाही वाला ऐसा ही एक मामला सामने आया। इसमें एक मरीज के पास दो सिलेंडर मौजूद होने के बावजूद डॉक्टर ने बिना जाने लगातार तीसरे सिलेंडर के लिए पर्ची लिख दी। इसका पता लगने पर कोई एक्शन तो नहीं लिया गया, लेकिन तीसरी पर्ची पर विशेष नोट डालते हुए प्रशासनिक अधिकारियों ने उस सिलेंडर की सप्लाई रोक ली। ऐसे और भी मामले सामने आए हैं, लेकिन काेई सख्त कार्यवाही नहीं की गई। दरअसल 13 मई जब मेल वार्ड में भर्ती लालचंद्र पुत्र वैस्ता में 71 प्रतिशत इन्फेक्शन बताते हुए डॉक्टर ने मरीज के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता जताई। ज्यादा ऑक्सीजन की जरूरत को देखते हुए परिजन को पहले एक सिलेंडर जारी किया गया। इसके बाद एक अन्य पर्ची से दो घंटे बाद दूसरा सिलेंडर जारी हुआ। यहां दो टंकियां खत्म हुई भी नहीं, ड्यूटी पर आए दूसरे डाॅक्टर बेड नंबर 71 पर भर्ती इसी मरीज के लिए 20 घंटे बाद ही तीसरे सिलेंडर के लिए पर्ची लिख डाली। मामले सामने आया तो ड्यूटी पर मौजूद तहसीलदार ने मरीज की सबसे पहली पर्ची पर हरे पेन से यह कहते हुए नोट डाल दिया कि मरीज के पास पहले से ही दो ऑक्सीजन सिलेंडर मौजूद हैं। बावजूद इसके वह तीसरे सिलेंडर के लिए कतार में खड़ा है। इस मामले को लेकर मौजूदा तहसीलदार ने कुछ भी बोलने से इनकार किया। यहां जिला अस्पताल में परिजन ऑक्सीजन की कमी न हाे इसके लिए परेशान रहते हैं। परिजनों के दबाव में आकर डॉक्टर भर्ती मरीज के लिए ऑक्सीजन की आवश्यकता लिख देते हैं।