स्थानीय कारीगरों को मिलेगा बाजार, रोजगार बढ़ेगा
गोविंद गुरु जनजातीय विश्वविद्यालय बांसवाड़ा की अाेर से जनजाति क्षेत्र में उद्यमिता एवं कौशल विकास के लिए सरस्वती सेवा फाउंडेशन फरीदाबाद से एक एमओयू साइन किया है। इसके तहत संस्थान द्वारा स्थानीय क्षेत्र में लघु एवं मध्यम उपक्रमों के विकास के साथ साथ युवाओं में कौशल विकास का प्रयास भी किया जाएगा। कुलपति प्रोफेसर आईवी त्रिवेदी ने बताया कि जनजाति क्षेत्र में उपलब्ध संसाधनों पर आधारित लघु एवं मध्यम उद्यमों के विपणन के साथ साथ प्रोत्साहन के लिए सरस्वती सेवा फाउंडेशन जो कि एक अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्थान है उसके अध्यक्ष विवेक सिंह के साथ समझौता अनुबंध पर हस्ताक्षर किया है। इससे स्थानीय कुशल कारिगरों द्वारा उत्पादित सामग्री को बाज़ार मिल सके एवं जनजाति क्षेत्र के युवाओं को ऐसे कौशल में दक्ष किया जा सके। जिसके लिए आवश्यक सामग्री स्थानीय स्तर पर उपलब्ध हो सके। विश्वविद्यालय द्वारा इस एमओयू के माध्यम से न केवल स्वरोजगार कौशल विकास एवं पूर्व से स्थापित लघु एवं मध्यम औद्योगिक इकाइयों को बाजार एवं उपभोक्ताओं से जोड़ने का प्रयास किया जाएगा, बल्कि स्थानीय कृषि की समृद्धि को नए आयाम के साथ राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने का प्रयास किया जाएगा।