नहर में मिला दो दिन से लापता युवक का शव :चेहरे व हाथ पर चोट के निशान, परिवार ने जताई हत्या की आशंका
दो दिन से लापता युवक का शव नादिया के समीप माही की नहर में तैरता मिला। शव बुरी तरह से फूल चुका है। बीते दो साल से युवक उसके घर से 200 मीटर दूर लीमथान में एक व्यक्ति के यहां काम करता था। सुबह नहर में लाश मिलने के बाद उसी व्यक्ति ने ही पुलिस को भी सूचना दी। पुलिस ने शव को नहर से बाहर निकलवाया। मंगलवार शाम को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंपा। इधर, परिजनों का आरोप है कि व्यक्ति विशेष ने ही युवक हत्या के बाद शव नहर में फिकवाया है। पहले भी व्यक्ति विशेष की ओर से मारपीट की गई थी। पुलिस को दी गई रिपोर्ट में परिवार ने हत्या की आशंका जताई है। मामला सदर थाने का है।
जांच अधिकारी HC कांतिलाल ने बताया कि नादिया गांव से गुजरती कैनाल में शव मिला था। शव की पहचान लादुआआंबा का नारायण (43) पुत्र धीरजी वडेरा के तौर पर हुई है। पोेस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा जाएगा। पुलिस ने बताया कि युवक दो दिन से लापता था। पुलिस का कहना है कि डूबने से ही युवक की मौत हुई है, लेकिन पीड़ित परिवार का आरोप है कि नारायण उसके गांव से कुछ दूरी पर कालू डिंडोर नाम के व्यक्ति के यहां काम करता था। कालू के यहां देशी शराब बनाने से लेकर दूसरे कामों में नारायण साथ देता था। दो दिन से नारायण घर नहीं आया था। परिवार को आशंका है कि कालू सहित अन्य दो जनों नारायण की हत्या कर शव को पानी में डाल दिया होगा। हालांकि, पुलिस अभी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने का इंतजार कर रही है।
बच्चों पर से उठा माता-पिता का साया
नारायण के पांच लड़के हैं। करीब तीन साल पहले नारायण की पत्नी की लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई थी। तबसे नारायण ही बच्चों को माता-पिता का प्यार दे रहा था। पिता के मरने के बाद अब परिवार बेसहारा हो गया है।