इस मंदिर का निर्माण बाँसवाड़ा शहर के आवास के पहले का है लगभग 500 वर्षों से भी पुराना. इस मंदिर का निर्माण यहाँ के राजघरानों ने करवाया था. इस मंदिर का स्थान बाँसवाड़ा के साढ़े बारह के ज्योतिर्लिंग में आता है. यह मंदिर देवस्थान विभाग के दायित्व में है. इस मंदिर का रख रखाव व संचालन यहाँ का ट्रस्ट करता है. इसी मंदिर के परिसर में लगभग सन 1994 से यहाँ अखण्ड अन्नछेत्र सेवा ट्रस्ट चलाया जाता है. जहाँ निसहाय बेघर लाचार आदि लोगो के भोजन की व्यवस्था करता है. यहाँ का समय रोज 12 बजे से 2 बजे तक होता है. यहाँ पर सप्ताह में एक दिन इन लोगो के लिए विशेष भोजन भी बनाया जाता है.