तूफान से आम की फसल में 30% नुकसान, गुजरात में मुआवजा, हमारे यहां गिरदावरी का नियम ही नहीं
किसान सरकार की बागवानी योजना के तहत उगाते हैं लेकिन नुकसान पर नहीं मिलता मुआवजा
संभागीय निदेशक ने माना 30% नुकसान हुआ है
संभागीय निदेशक कृषि अनुसंधान डॉ. प्रमोद रोकड़िया ने बताया कि ताऊते तूफानी चक्रवात के असर से वागड़ में आमों की पैदावार की दृष्टि से बीस से तीस प्रतिशत नुकसान हुआ है। हां कुछ क्षेत्रों में इसका असर अधिक है। उन्होंने बताया कि जिले मेंं आम के अलावा चीकू, अनार, पपीता, नींबू,अमरूद, आंवला आदि का उत्पादन 45443 मीट्रिक टन हैं।
वागड़ में हुए नुकसान के आंकलन की पहल नहीं
बांसवाड़ा और डूंगरपुर क्षेत्र में हुए नुकसान के कृषि और बागवानी की दृष्टि से किसानों को मुआवजा दिलवाने की किसी भी प्रकार की पहल राजस्थान सरकार ने नहीं की है। जबकि गढ़ी विधानसभा क्षेत्र के मेतवाला सहित आसपास के कई गांवों में तेज हवा चलने से हजारों आमों के पेड़ों से कच्चे और पक्के आम डाल से टूट कर नीचे गिर गए।