ठेका कर्मचारियों ने अजमेर डिस्कॉम की खोली पोल:बोले- GSS में GO और PCB शत प्रतिशत खराब, जेईएन के खिलाफ खोला मोर्चा

राजस्थान विद्युत तकनीकी ठेका कर्मचारी संघ ने अजमेर डिस्कॉम की खामियों को सार्वजनिक किया है। संघ के पदाधिकारियों ने डिस्कॉम के एसई को बताया कि जिले के शत प्रतिशत GSS खराब GO और PCB की समस्या से तंग हैं। ऐसी ही तकनीकी खामियों के कारण जिले का बिजली तंत्र गड़बड़ाया हुआ है। गांवों को सही से बिजली नहीं मिल रही है। गुणवत्ता युक्त बिजली के अभाव में आम आदमी को परेशानियां हो रही हैं। ऐसी ही समस्याओं को लेकर संघ के पदाधिकारियों ने मंगलवार को एसई कार्यालय के बाहर नारेबाजी की। एसई एमडी चौधरी से अरथूना GSS के JEN के खिलाफ शिकायतें कीं। साथ ही यह भी कहा कि मनमानी करने के लिए JEN ठेकेदार पर दबाव बना रहा है। विरोध करने वाले ठेका कर्मचारियों को काम से हटाकर बेगार किया जा रहा है। संघ की ओर से बिना किसी भेदभाव के कर्मचारियों की वापस नियुक्ति और डिस्कॉम में पसरी खामियों में सुधार का मुद्दा उठाया गया।
यूं गरमाया मामला
ठेका कर्मचारी संघ के विरोध की शुरुआत 24 सितम्बर को हुई, जब ठेका तकनीकी कर्मचारी प्रवीण मालवीया (उपाध्यक्ष, संगठन) ने डिस्कॉम के लाइनमैन की मांग पर दोपहर 2 बजे 33 केवी GSS अरथूना से जुड़े हुए 11 केवी कुशलकोट फीडर का शटडाउन लिया। साथ ही ब्लॉक सप्लाई को सिंगल फेज सिस्टम करने के लिए कुशलकोट के साथ मैन VCB को भी बंद किया।
प्रवीण का आरोप है कि 33 केवी GSS का GO वर्षों से खराब है। वहीं दो साल से 11 केवी का GO खराब है। स्थानीय JEN इसके पक्ष में नहीं थे। यहां हमेशा से एक ब्रेकर के भरोसे 11 केवी के फ्यूज तार को उतारा जा रहा था। इस व्यवस्था में सुधार के लिए मैन लाइन को बंद की गई थी, लेकिन JEN के फैसले के विरुद्ध बंद की गई सप्लाई को लेकर वह नाराज हुए। खामी के तरीकों को बताने पर उन्होंने तकनीकी ठेका कर्मचारी को वहां से हटवा दिया।
ऐसी बताई हकीकत
डिस्कॉम के एसई को लिखित में दी गई शिकायत में संघ ने बताया कि अरथूना GSS पर 4 GO खराब हैं। इसी प्रकार PCB भी खराब ही हैं। इसी तरह कोटड़ा में GSS 4 GO व 1PCB, खेड़ावड़ली पाड़ा GSS में 3 PCB, बोरी GSS में 5 में से 4 GO खराब बने हुए हैं। संगठन के जिला सचिव करन सिंह, उपाध्यक्ष प्रवीण मालवीया ने जिले भर के GSS में पसरी खामियों को दूर करने के साथ कर्मचारी को हटाने वाले निर्देश वापस लेने की मांग की। बताया कि अगर, समस्या समाधान नहीं हुआ तो 5 अक्टूबर से जिले के सभी ठेका तकनीकी कर्मचारी हड़ताल पर चले जाएंगे। मामले में एसई चौधरी ने आवश्यक कार्रवाई का आश्वासन दिया।