अक्टूबर 2026 में काम पूरा करने का लक्ष्य, 309 किमी का प्रेशराइज डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क बनेगा
इंटेकवेल तैयार होने के बाद 2+2 हाईप्रेशर पंपिंग मशीनें लगाई जाएंगी। स्काडा कंट्रोल रूम तैयार होगा। यहां से पानी को पंप करके कमांड एरिया के संेटर पॉइंट फेपर गांव तक के 9 किमी क्षेत्र में मुख्य पाइप लाइन बिछाई जाएगी। इसकी ड्राइंग सेंशन के लिए जयपुर भेज दी है। फेपर गांव में 256 एमसीएफटी क्षमता का स्टोरजे टैंक बनना बाकी है। 300 किमी के प्रेशराइज डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क में से अब तक 90 किमी का नेटवर्क तैयार हो चुका है।
इस नेटवर्क में स्टोरेज टैंक पर हाईप्रेशर पंपिंग स्टेशन डेवलप कर पानी पहुंचाएंगे। प्रत्येक 1.5 हैक्टेयर पर एक हाइड्रेंट यानी पानी का आउटलेट लगाएंगे। 1788 हैक्टेयर कमांड एरिया में कुल 1333 आउटलेट लगेंगे। यहां से किसान अपने खेतों तक अपने पाइपों से पानी ले जाएंगे। नादिया के पास तैयार हो रहा इंटेकवेल। दानपुर लिफ्ट सिंचाई परियोजना से 14 गांव आम्बापाड़ा, हरनाथपुरा, कडछी, पीपलीपाड़ा, फेफर, उमरीपाड़ा, छोटी सरवन, दानपुर, सरवनी, मनपुरी, गढ़, हिरीयागढ़ी, जहांपुरा, तिलगारी की 1788 हैक्टेयर भूमि को सिंचित किया जाएगा। इन गांवा में करीब 10 हजार किसान परिवार निवास करते हैं। 90 फीसदी किसान बारिश पर ही निर्भर है। आर्थिक स्थिति कमजोर होने से पलायन कर चाय की दुकान या फिर मजदूरी करते हैं। इस परियोजना के बाद उनके खेतों को 12 महीने 24 घंटे सिंचाई के लिए पानी मिलने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। पलायन रुकेगा। भास्कर संवाददाता। बांसवाड़ा माही बांध के डूब क्षेत्र से सटे नॉन कमांड एरिया के दानपुर और छोटी सरवन के 14 गांवों की 1788 हैक्टेयर भूमि को सिंचित करने के लिए बन रही 125 करोड़ रुपए की दानपुर लिफ्ट सिंचाई परियोजना का करीब 50 फीसदी काम हो चुका है।
बाकी वर्ष 2026 में अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य है। एक्सईएन प्रकाशचंद्र रेगर के अनुसार परियोजना की खास बात ये है कि उऊंचाई वाले स्थानों तक पहुंचाने के लिए पानी को पंपिंग स्टेशन से हाई प्रेशर से लिफ्ट किया जाएगा। इसके लिए नादिया गांव के पास जहां इंटेकवेल बनाया जाएगा। यहां हाईप्रेशर के 2+2 वर्टीकल टरबाइन पंप लगाए जाएंगे। यहां से पानी को हाईपेशर से पाइपों के जरिए 9 किमी दूर फेपर गांव तक पहुंचाया जाएगा।
यहां पानी को स्टोरेज टैंक में एकत्रित करेंगे। यहां पर पंप हाउस बनाकर पानी को 14 गांव के नॉन कमांड एरिया में हाई प्रेशर से पहुंचाने के लिए 300 किमी का प्रेशराइज डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क तैयार करेंगे। माही के बैक वाटर में नादिया गांव के पास इंटेकवेल का निर्माण कर 12.50 लाख लीटर पानी का उठाव प्रति मिनट किया जाएगा। इसके लिए 27 मीटर गहरा इंटेकवेल में ये 3 मीटर तक काम हो चुका है।