जिला परिषद में हो रहे भ्रष्टाचार पर उप जिला प्रमुख डॉ. विकास बामनिया का बयान

आला पृथ्वीगढ़ स्कूल के क्रमोन्नत समारोह में जिला परिषद में हो रहे भ्रष्टाचार पर उप जिला प्रमुख डॉ. विकास बामनिया का बयान
ग्राम पंचायत चाचाकोटा के माध्यमिक स्कूल आला पृथ्वीगढ़ को उच्च माध्यमिक स्कूल में क्रमोन्नति समारोह में उप जिला प्रमुख डॉ. विकास बामनिया ने जिला परिषद के भ्रष्टाचार पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा-जब पहली बार इस जिला परिषद में गया, तब मुझे लगा कि यह बहुत बड़ी पंचायत है। यहां से खूब काम आएंगे जो हमारे गांव में लोगों तक पहुंचाएंगे। उनकी मदद करेंगे। हमारे सामने बहुत बड़ा अनुभव है कि जो पिछले कई वर्षों से इस जिले की सेवा कर रहा है, वो हमें मदद करेगा, लेकिन धीरे-धीरे समझ गया। हम काम लिखते रहे। क्या मांग रहे थे, हम सिर्फ पीने के पानी के लिए हैंडपंप, बच्चों के लिए क्लास रूम, स्कूलों के लिए दीवारें, लेकिन वे सुनी नहीं जाती थी। वह हमारी रिजेक्ट कर साइड में रख दी जाती थी। क्योंकि-उसमें भ्रष्टाचार नहीं हो सकता है। जिला परिषद में वो काम किए जाते हैं, जिसमें भ्रष्टाचार चरम सीमा पर हो सकता है। हमें बहुत अखरती थी, हम लड़ते थे। हर जगह पर लड़ झगड़कर कोशिश करते थे कि कैसे भी काम आए, लेकिन हम थक जाते और हार जाते कि हमारे पास साइनिंग अथॉरिटी नहीं है।
हमारी नहीं सुनी जा रही है, उनको कोई फर्क नहीं पड़ता है कि हमारे बच्चे कहां पढें। हमारे लोग किस अवस्था में रहें, चाहे पानी पीने मिले या ना मिले, वो भूखे प्यासे मर जाएं, उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता। उनको तो जिला परिषद में सिर्फ भ्रष्टाचार करने से मतलब है। वो लड़ाई लड़कर हम थक हार जाते, लेकिन जब इन बच्चों का चेहरा देखते, आप लोगों की उम्मीदें देखते तो वापस जाग्रत होते, वापस ताकत आती और वापस भिड़ते और छोटे-मोटे काम लेकर आते और आपके बीच में वो काम होते थे।
(विकास बामनिया का बयान हूबहू है।)
सराहनीय कार्याें के लिए समारोह में 21 युवाओं का सम्मान किया
समारोह में सराहनीय कार्यों के लिए ग्राम पंचायत के 21 युवाओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच दीपचंद मईड़ा ने की। इस दौरान नगर परिषद सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी, अशोक शुक्ला, लता निनामा विशिष्ट अतिथि थे। प्रधानाध्यापक काैशल पंड्या ने स्कूल का प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। ग्राम पंचायत बरोड़ा व आलापृथ्वीगढ़ में लिफ्ट योजना द्वारा पेयजल की सुविधा, घाटा कटिंग, नव क्रमोन्नत स्कूल के लिए पर्याप्त कक्षा कक्ष उपलब्ध कराने का भरोसा दिया। संचालन सुनील व्यास ने किया और आभार प्रेमसिंह मईड़ा ने जताया।
23 साल से जिला परिषद में कांग्रेस का ही राज, पहली बार उप जिला प्रमुख भ्रष्टाचार पर बोले...
1. उप जिला प्रमुख किस पर हमला बोल रहे?
- डाॅ. विकास बामनिया जिला परिषद में कांग्रेस से ही उपजिला प्रमुख हैं। उनके एक बयान-हमारे सामने बहुत बड़ा अनुभव है कि जो पिछले कई वर्षों से इस जिले की सेवा कर रहा है, वो हमें मदद करेगा...में साफ हो जाता है कि वे अपने विरोधियों पर ही हमला बोल रहे हैं। हालांकि उन्होंने अपने बयान में किसकी का नाम नहीं लिया।
2. क्या स्कूली बच्चों से जुड़े प्रस्ताव भी पास नहीं हो रहे?
स्कूली बच्चों के क्लासरूम नहीं बन रहे...बच्चे चाहे प्यासे मर जाए...यह गंभीर बयान है। अब सवाल यह है कि जिला परिषद में बच्चों से जुड़ी फाइलें पास क्यों नहीं की जा रही है?
3. उप जिला प्रमुख की परिषद में अनदेखी की जा रही है?
जिला परिषद में अभी जिला प्रमुख रेशम मालवीया हैं। वे कैबिनेट मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीया की पत्नी हैं। फाइलों पर जिला प्रमुख के ही हस्ताक्षर होते हैं। करीब 23 साल से मालवीया के परिवार का ही जिला परिषद पर कब्जा है। दोनों राजनीतिक विरोधी बताए जा रहे हैं।
4. जिला परिषद में किन-किन कामों में हो रहा भ्रष्टाचार?
- जिला परिषद में हो रहे कामों में भ्रष्टाचार की बात तो उन्होंने बोल दी, लेकिन उनके बारे में खुलकर बोलने से बचते रहे। उन्होंने एक भी भ्रष्टाचार का खुलासा नहीं किया।
5. जिला परिषद में उप जिला प्रमुख की भूमिका क्या?
- जिला परिषद के माध्यम से होने वाले कामों की स्वीकृति और बजट को लेकर भी उप जिला प्रमुख खुलकर नहीं बोले। उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि काम कराने के लिए झगड़ते-झगड़ते हम थक जाते और हार जाते कि हमारे पास साइनिंग अथॉरिटी नहीं है।
By Bhaskar