बांसवाड़ा। माही विभाग के भवन एवं दांयीं मुख्य नहर एक्सईएन कार्यालय की ओर से मनरेगा के 26 लाख के 15 कामों टेंडर ऑन लाइन नहीं कर ऑफ लाइन निकाले गए। ऑफलाइन टेंडर से चहेतों को फायदा पहुंचाने का जुगाड़ इसलिए किया गया कि कुछ चहेते ठेकेदारों को काम दिया सके। नियमानुसार टेंडर संबंधी निविदा प्रकाशित करवाने की एक निर्धारित प्रक्रिया है। जिसके लिए डीपीआर से अनुमति लेनी होती है। साथ ही टेंडर के लिए जयपुर से टेंडर विशेष के लिए यूपीएन नंबर भी जारी करवाना होता है जो नहीं करवाया है। इसके अलावा डिवीजन स्तर पर इस टेंडर को पोर्टल पर भी नहीं डाला। इस मामले में एक्सईएन हरिशंकर कुमावत ने कहा कि वह फिलहाल जयपुर हैं। उन्होंने निविदा को लेकर पूछे गए सवालों से जुड़ी कोई जानकारी नहीं दी। दूसरी ओर माही परियोजना के एसई प्रहलाद राम खोईवाल ने बताया कि टेंडर बी एंड आरसी डिवीजन से संबंधित है। टेंडर भी वहीं से निकले हैं। इस बारे में कुमावत ही जानकारी दे पाएंगे।