प्रदेश के 5000 प्रिंसिपल की पोस्टिंग अटकी, अब 30 प्रतिशत स्कूलों में दो-दो प्रधानाचार्य

बांसवाड़ा /डूंगरपुर डीपीसी के बाद पदोन्नत 5 हजार प्रिंसिपल को यथावत कार्यग्रहण करने के बाद से करीबन डेढ़ माह बीत गया, लेकिन काउंसलिंग के अभाव में नई जगह पदस्थापन नहीं होने से जिले में अमूमन 30 फीसदी से अधिक और राज्य के 16 फीसदी स्कूलों में दोहरा पदस्थापन हो गया है। जिससे जिले और प्रदेशभर में हजारों उच्च माध्यमिक स्कूलों में वर्तमान में दो प्रिंसिपल कार्यरत हैं। जबकि जिले में 304 और राज्य के लगभग 7600 स्कूलों में प्रिंसिपल के पद खाली हैं। हालत यह हैं कि जहां पद रिक्त हैं वहां अकाल और जहां दोहरा पदस्थापन होने से मानो बाढ़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं ।
शिक्षा विभाग पिछले महीने डीपीसी में पदोन्नत हुए करीब 5005 प्रिसिपलों को अभी तक पोस्टिंग नहीं दे पाया है। पदोन्नत प्रिंसिपलों को पोस्टिंग नहीं मिलने से राज्य के उच्च माध्यमिक स्कूलों में रिक्त पदों का गणित बिगड़ गया है। अब तो उधर, 6 मार्च से 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षा शुरू होने वाली है।
दरअसल, प्रिंसिपल के रिक्त पदों को भरने के लिए 17 जनवरी को डीपीसी की गई। 24 जनवरी को इन पदोन्नत प्रिंसिपलों को यथास्थान कार्य ग्रहण करवाकर 26 जनवरी को काउंसिलिंग का शिड्यूल जारी किया गया। शेड्यूल के मुताबिक 11 से 14 फरवरी तक प्रिंसिपल से रिक्त पदों के ऑनलाइन विकल्प लेकर 18 फरवरी तक पोस्टिंग दी जानी थी। लेकिन, 10 फरवरी को अपरिहार्य कारणों का हवाला देते हुए इस काउंसलिंग को बीच में ही स्थगित कर दिया गया। काउंसलिंग की नई तिथियों के संबंध में डेढ़ माह बाद भी दिशा निर्देश जारी नहीं किए गए हैं ।
इस संबंध में रेसला के बांसवाड़ा जिलाध्यक्ष राहुल पारगी ने बताया कि पदोन्नत प्राचार्यों के पदस्थापन में काउंसलिंग प्रक्रिया को स्थगित करने से शिक्षा विभाग की कार्य प्रणाली पर संशय बना हुआ है। राज्य के सरकारी स्कूलों में दो-दो प्राचार्य हो गए हैं। शिक्षा मंत्री को जल्द काउंसलिंग करवाने के संबंध में ज्ञापन भी भेजा है, लेकिन अभी तक कोई पहल नहीं हो पाई है। लगता है बोर्ड परीक्षाओं के बाद ही कुछ हो पाएगा।
निदेशालय ने व्याख्याता की दो बार काउंसलिंग शेड्यूल जारी कर रद्द किया है, इससे नव पदोन्नत व्याख्याताओ में रोष है। सरकार जल्दी से इनकी काउंसलिंग कर पदस्थापन करें। ताकि जिन स्कूलों में संस्था प्रधानों के पद रिक्त हैं वहां नए संस्थप्रधान जिम्मेदारी संभालकर व्यवस्थाओं को सुचारू कर सके।
स्कूलों का संचालन प्रभावित ^ प्रदेश के हजारों स्कूलों में प्रिंसिपल के पद रिक्त हैं। कुछ स्कूलों में दोहरा पदस्थापन होने से स्कूलों का प्रबंधन संचालन कार्य प्रभावित हुआ है। सरकार की ओर से जल्द काउंसलिंग करवाई जाए ताकि प्रिंसिपल के रिक्त पद भरे जा सके। इसके अलावा विभाग 24-25 की डीपीसी भी करवाए। - गिरधारी गोदारा, रेसला प्रदेश अध्यक्ष।
ये हैं दोहरे पदस्थापन की बानगी.. बागीदौरा ब्लॉक की कलिंजरा, छींच, बालिका बागीदौरा, पीपलोद, सज्जनगढ़ ब्लॉक के तांबेसरा, गोदावाड़ा नारेंग, गढ़ी क्षेत्र में सीनियर गढ़ी, बालिका गढ़ी, परतापुर, चिवड़ातलाई, बोरी, अरथूना ब्लॉक में पीएम श्री स्कूल अरथूना, लोडदा, बांसवाड़ा- नूतन, सुरवानिया, गढ़ी - गढ़ी, परतापुर,जलदा, तलवाड़ा - मसोटिया,कुपडा आदि में दोहरा पदस्थापन हैं। कई जगह 2 से अधिक भी प्रिंसिपल पदस्थापित हैं मसलन सज्जनगढ़ में 3 आदि।