तस्करी के लिए 600 बैग खाद भेजने वाले को आरोपी नहीं मान रही है पुलिस, खनन माफिया भी नहीं पकड़े
गेहूं गबन करने वाले राशन डीलरों के खिलाफ जांच में देरी के बाद लाइम स्टोन के अवैध खनन और 600 बैग यूरिया खाद की तस्करी के महीनों पुराने मामलों में भी पुलिस कार्रवाई ठंडे बस्ते में है। दोनों ही मामलों में पुलिस को दूसरे विभागों ने जांच के बाद रिपोर्ट सौंपी है। लाइम स्टोन के अवैध खनन मामले में जांच करने गई वन , राजस्व और पुलिस विभाग की टीम पर तस्करों ने पथराव किया था। 4 ट्रैक्टर जब्ती कर नामजद प्रकरण दर्ज किया ।
इस प्रकरण के 6 महीने बीत चुके हैं। खाद की तस्करी प्रकरण में भी ट्रक जब्त कर ड्राइवर और खलासी को पकड़ा गया, लेकिन खाद जिस डीलर के यहां से लाया उस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई। वजवाना के पृथ्वीपुरा में 45 बीघा जमीन में अवैध खनन का मामला 3 मई को सामने आया था। जहां खननकर्ता सीमेंट फैक्ट्री के पीछे अवैध तरीके से पृथ्वीपुरा और नयातालाब क्षेत्र में कीमती लाइम स्टोन का अवैध खनन कर रहे थे। खनन इतने बड़े स्तर पर किया जा रहा था कि 45 बीघा क्षेत्र में 50-50 फीट तक गहरे गड्ढे हो चुके थे और रोजाना करीब 50 ट्रैक्टर लाइम स्टोन निकाल बाहर भेजा जा रहा था। मामला सामने आने के बाद खनिज विभाग, वन विभाग और राजस्व विभाग की टीम पुलिस की टीमें मौके पर पहुंची। जांच टीमों पर पथराव भी हुआ। मौके से अवैध परिवहन करते हुए 4 ट्रैक्टर और ट्रॉली जब्त की। पुलिस ने नई आबादी झालों का गढ़ा निवासी कलजी उर्फ धनजी और दिनेश मछार को राजकार्य में बाधा पहुंचाने और पत्थरबाजी के आरोप में गिरफ्तार किया था। जिन्हें बाद में पाबंद कर छोड़ दिया, लेकिन अवैध खनन करने वाले गिरफ्तार नहीं हुए। जबकि इनके खिलाफ नामजद रिपोर्ट खनिज विभाग ने दी थी। रतलाम मार्ग पर 3 अगस्त को कृषि विस्तार विभाग के अधिकारी प्रभुलाल निनामा ने सरकारी यूरिया खाद के 600 बैग से भरा ट्रक पकड़ा। ट्रक के साथ पकड़े गए घाटोल वाड़गुन के कानाधोरी पाड़ा गांव निवासी ड्राइवर राजेंद्र पुत्र फुलिया भील और खलासी छोटी सरवन डेरी निवासी सोहन पुत्र हरजी ने यूरिया खाद घाटोल क्षेत्र के चंदूजी का गढ़ा से वहां के डीलर रोहित कलाल (पटेल फर्टीलाइजर) के गोदाम से भरना बताया था। खाद को एमपी के बाजना ले जाया जा रहा था। कृषि विभाग ने कोतवाली में परिवाद दिया। पुलिस, घटनास्थल की तस्दीक करने के लिए ड्राइवर को साथ लेकर चंदूजी का गढ़ा उस गोदाम पर भी पहुंची, जहां यूरिया खाद ट्रक में लोड किया था।
पूछताछ में ड्राइवर बार-बार यही कहता रहा कि उसने चंदूजी का गढ़ा से ही खाद भरा है लेकिन पुलिस जांच में यह सामने नहीं आया। मामले में अब तक कार्रवाई देखें तो ट्रांसपोर्टर ने ड्राइवर व खलासी की जमानत करवा ली और ट्रक को चालान पेश कर छुड़वा लिया है। जब्त किया यूरिया खाद क्रय विक्रय सहकारी समिति ठीकरिया के गोदाम में रखा है।
पुलिस जांच में मुख्य आरोपी डीलर के खिलाफ तस्करी सिद्ध नहीं होने से कृषि विभाग उसका लाइसेंस निरस्तीकरण की कार्रवाई नहीं कर सका। इस संबंध में कोतवाल ने कहा कि मैं छट्टी पर हूं, वापस आकर बताऊंगा। ^मुझे इस संबंध में जानकारी नहीं है। मेरी ज्वॉइनिंग के बाद खनन संबंधी ऐसी कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है। मामले की जानकारी लेता हूं। अगर ऐसा है तो इसकी जांच कार्रवाई करेंगे। -रोहित कुमार, गढ़ी, थानाधिकारी