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वीडियो कॉल पर लूटने का नया तरीका:AI से चेहरा बदलकर पैसे मांग रहे बदमाश, जरा सी लापरवाही से हो सकते हैं शिकार

Banswara
वीडियो कॉल पर लूटने का नया तरीका:AI से चेहरा बदलकर पैसे मांग रहे बदमाश, जरा सी लापरवाही से हो सकते हैं शिकार
@HelloBanswara - Banswara -

ओटीपी फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट के बाद अब साइबर ठग आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) का इस्तेमाल कर लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। इसमें परिचित का फोन या वीडियो कॉल आता है। जो पैसे की डिमांड करते हैं। सामने वाली की आवाज और चेहरा एआई की मदद से परिचित की तरह ही दिखता है। रुपए मांगने वाले को रिश्तेदार समझकर लोग पैसे ट्रांसफर कर देते हैं।

इस तरह से देश के कई राज्यों में साइबर ठग अपराध कर रहे हैं। राजस्थान पुलिस मुख्यालय ने आने वाले इस खतरे को लेकर एडवाइजरी भी जारी की है।

राजस्थान पुलिस की साइबर सैल में तैनात आईपीएस एसपी शांतनु कुमार ने बताया- कुछ दिन पहले उन्होंने दिल्ली में साइबर अपराध को लेकर एक मीटिंग की थी। इस मीटिंग में देश के कई राज्यों के पुलिस अधिकारी शामिल हुए थे।

साइबर फ्रॉड करने वाले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) तकनीक का उपयोग कर के वास्तविक ऑडियो और वीडियो का अपने फ्रॉड के लिए उपयोग लेते हैं। ये बदमाश किसी भी पब्लिक फिगर पर्सन, राजनेता, अभिनेता और रिश्तेदार का ऑडियो यूज कर परिचित को फोन करते हैं। इसी प्रकार ये लोग वीडियो का भी इस्तेमाल कर के उस का प्रारूप बदल देते हैं।

जिन राज्यों में इस तरह के अपराध हुए उन राज्यों के अधिकारियों ने सेमिनार में बताया- ये बदमाश कई तरह से इस पर काम कर रहे हैं। इसमें फेस स्वैपिंग एक है। एक व्यक्ति के चेहरे को दूसरे व्यक्ति के चेहरे से बदल दिया जाता है। साइबर फ्रॉड या फिर उस व्यक्ति को ब्लैकमेल किया जाता है।

आवाज बदलने के केस भी सामने आ रहे

वॉइस क्लोनिंग के केस भी सामने आए। इसमें बदमाश एआई की मदद से एक व्यक्ति की आवाज को दूसरे व्यक्ति की आवाज से बदल कर कुछ भी डिमांड कर लेते हैं। बदमाश विडियो को इस तरह से एडिट करते हैं कि वास्तविक दिखाई दे। ऑडियो मैनिपुलेशन में ऑडियो पर काम किया जाता हैं। इसमें मूल आवाज को सॉफ्टवेयर में डाल कर आवाज में अपने शब्द दे दिए जाते हैं।

अपनी सतर्कता से बच सकते हैं

एसपी साइबर क्राइम शांतनु कुमार ने बताया- इस तरह के कोई कॉल अगर किसी व्यक्ति के पास आते हैं। वह कुछ समय खुद को दें। सामने वाला व्यक्ति पैसा मांग रहा है। सोचे की क्या सामने वाला व्यक्ति जो फोन पर या अन्य माध्यम से आप से डिमांड कर रहा है। वह सही है। फोन करके उसे चैक कर लें।

सही या गलत होने पर उसके अनुसार एक्शन ले। इससे आप का पैसा गलत हाथों में जाने से बच जाएगा। ये जानकारी अधिक से अधिक लोगों के पास होनी चाहिए। आने वाले दिनों में राजस्थान में एआई डीप फेक के केस आने लगेंगे। साइबर अपराधी समय के साथ-साथ अपने अपराध करने के तरीकों में जबर्दस्त बदलाव कर रहे हैं। ऐसे में हर व्यक्ति को सजक रहने की जरूरत हैं।

एसपी शांतनु कुमार ने बताया- पैसा मांगने वाली किसी भी कॉल पर आप एकाएक विश्वास नहीं करें। दोस्त का नम्बर आपके मोबाइल में सेव ही क्यों न हो। वह आप का परिचित ही क्यों ना हो। कॉल आने के बाद कॉल को वेरिफाई करें। ऑडियो और वीडियो के सोर्स को वेरिफाई करने के लिए आप खुद के नम्बर से पैसा मांगने वाले को कॉल कर जानकारी लें।

रेड फ्लैग्स की जांच करें। जैसे कि असामान्य आवाज या वीडियो की गुणवत्ता खराब होना इससे आप को सामने वाला व्यक्ति दिखाई तो दे रहा है कि लेकिन वीडियो खराब है। ऑडिटो में जर्क हैं। एलर्ट रहे। डीप फेक के शिकार होने पर तत्काल पुलिस को सूचना देकर अपना पैसा समय पर बचाएं।

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