जिला परिषद की साधारण सभा में खराब NH-927A का मामला:बदहाली पर भड़के जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कांट्रेक्टर के खिलाफ ACB जांच का प्रस्ताव

बांसवाड़ा जिले में जिला परिषद की साधारण सभा 8 महीने बाद हुई। इस बैठक की शुरुआत सड़कों के मुद्दों से हुई। जिला परिषद सदस्य ने सरेडी बड़ी से भीमपुर तक की सड़क के 7 महीने में ही टूटने पर आक्रोश जताया।
इसको लेकर पीडब्ल्यूडी के अधिकारी यह जवाब देकर टालते रहे कि बारिश और सीपेज के कारण सड़क टूटीं। लेकिन सदस्य ने कहा कि सड़क पर सीपेज है ही नहीं। इस पर विधायक ने तत्काल पटवारी गिरदावर को मौके पर भेजकर वीडियो रिकॉर्डिंग करने को कहा।
साथ ही संबंधित कांट्रैक्टर को ब्लैक लिस्ट करने का प्रस्ताव रखा।
इस दौरान अधिकारियों ने कहा कि इस बार जिले में 1600 किमी सड़कों के मरम्मत के लिए 9 करोड़ रुपए प्राप्त हुए हैं। जल्द ही काम शुरू करेंगे।
बैठक में पीडब्ल्यूडी के अधिकारी गुमराह करते दिखे। विधायक बामनिया ने पूछा कि जिन सड़कों के टेंडर हुए उनमें कितने काम शुरू हुए। इस पर एसई ने कहा कि सभी काम शुरू हो चुके हैं, लेकिन एक्सईएन अनिल चरपोटा ने जहापुरा की सड़क का काम शुरू नहीं होना बताया।
इस पर विधायक बामनिया ने नाराजगी जताई कि विभाग के अधिकारी ही एक दूसरे से झूठ बोल रहे हैं।

इधर जब बारी नेशनल हाईवे की आई तो सभी जनप्रतिनिधियों ने एनएच 927 ए की जर्जर हालत पर अधिकारी को जमकर फटकार लगाई। नेशनल हाईवे बने 4 साल हुए हैं। हर साल यह जर्जर हो रहा है।
साथ ही एनएच पर कुपडा गांव में बने ओवरब्रिज के खस्ताहाल होने पर विधायक, प्रधान सहित जिला प्रमुख ने भी नाराजगी जताई। कभी भी यह पुल गिरने से कोई बड़ी जनहानि हो सकती है।
इस पूरे निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार होने की बात कहते हुए संबंधित अधिकारी और कांट्रैक्टर के खिलाफ एसीबी की जांच करने का प्रस्ताव पास हुआ।
यह पहला मौका नहीं है पिछले 4 सालों से बैठक में यह मुद्दा उठाया जाता रहा है। हर बार अधिकारी इसे नजर अंदाज कर ठेकेदार को बचाने में जुटे हैं। पूर्व में ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का प्रस्ताव भी पास हुआ लेकिन आज तक कोई केस दर्ज नहीं हुआ।
बैठक में माही की नहरों के निर्माण का मुद्दा भी काफी जोश से उठाया। विशेषकर हाई लेवल कैनाल के निर्माण में विधायक अर्जुन सिंह बामनिया और बागीदौरा विधायक जयकृष्ण पटेल ने जल संसाधन विभाग के एसई को फटकार लगाई और कहा कि हाई लेवल कैनाल जिन जिन लोगों की जमीन से जा रही है वहां विभाग ने जमीन का मुआवजा नहीं दिया और काम शुरू कर दिया।
लोगों को डरा धमकाकर जमीन पर काम किया जा रहा है। विधायक बामनिया ने कहा कि जब तक मुआवजा नहीं देते तब तक काम शुरू नहीं होना चाहिए, आज ही काम बंद कर दो।
बैठक में विधायक बामनिया ने कहा कि पिछली बैठक जनवरी में हुई थी, तब प्रस्ताव लिया था कि माही विभाग के कामों की जांच होगी, उस जांच का क्या हुआ। इस मुद्दे पर सदन में राजनीतिक माहौल बन गया। क्योंकि उस बैठक में भाजपा के सदस्यों ने ही जांच का मुद्दा उठाया था। दरअसल पूर्व जल संसाधन मंत्री कांग्रेस से महेंद्रजीत सिंह मालवीया थे, जो विधानसभा चुनाव तो कांग्रेस से जीते, लेकिन बाद में भाजपा में शामिल हो गए। इस कारण इस बैठक में सभी भाजपा सदस्यों ने माही के मुद्दों पर चुप्पी साध ली, इसी कारण काग्रेस विधायक बामनिया भड़क उठे।