134 मॉडल स्कूलों में डेढ़ करोड़ से बने प्राइमरी भवनों में होगी पढ़ाई
बांसवाड़ा राज्य में शिक्षा विभाग के 134 राजकीय स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूलों में सर्व सुविधायुक्त भवन बनने के बाद इसके संचालन की अनुमति नहीं दी थी। पिछले दो साल से इन स्कूलों में प्रवेश नहीं हुआ, लेकिन इस वर्ष प्रवेश होंगे। मुख्यमंत्री ने स्कूल संचालन की अनुमति दे दी है। इससे ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को भी अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पढ़ने का मौका मिलेगा।
पूर्व सरकार के कार्यकाल में राज्य में अधिक से अधिक संख्या में महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम के सरकारी स्कूल खोले गए। दूसरी ओर करोड़ों रुपए खर्च कर बनाए गए भवनों के बावजूद मॉडल स्कूलों में अभी तक प्राथमिक कक्षाएं शुरू नहीं होने से ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभाओं को अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ाई करने का एक विकल्प मिल नहीं रहा था। स्थिति यह है कि डेढ़-डेढ़ करोड़ से बने प्री-प्राइमरी के भवनों पर ताले लटके हुए थे। जिससे मॉडल स्कूल के आसपास के क्षेत्रों के बच्चे निजी विद्यालयों में पढ़ने जा रहे हैं। राज्य में अंग्रेजी माध्यम से सरकारी विद्यालयों में शिक्षण को लेकर 2014-15 में मॉडल स्कूल शुरू किए गए। इनमें छठीं से बारहवीं तक की कक्षाएं संचालित हो रही है।
अब मुख्यमंत्री ने मॉडल विद्यालयों में प्राथमिक कक्षाओं (कक्षा 1 से 5वीं तक) के संचालन एवं नियम अनुसार पदों के सृजन एवं गतिविधियों की सहमति दे दी है। नए पद सृजित कर अलग से बजट भी दिया है। जब स्वामी मॉडल स्कूल शुरू हुए थे तब ये अंग्रेजी माध्यम का बेहतर विकल्प साबित हुए। जहां भी मॉडल स्कूल खुले वहां आसपास के गांव व कस्बों से बच्चों को अभिभावकों ने प्रवेश दिलाया। अभिभावक भी राज्य सरकार से मांग कर रहे हैं कि अब यहां पूर्व प्राथमिक एवं प्राथमिक स्तर पर भी कक्षाएं संचालित होनी चाहिए। अब कक्षाएं शुरू होने से ग्रामीण क्षेत्रों में अंग्रेजी माध्यम का एक बेहतर विकल्प मिल सकेगा।