54 अवैध संपत्तियां, खातों में 21 लाख, 35 लाख के गहने, 4 जिलों में 5 खनिज लीजें, जयपुर में कॉम्पलैक्स व 40 बीघा में 2...

बांसवाड़ा | राजस्थान में एंटी करप्शन ब्यूरो ने रविवार को बांसवाड़ा में पीएचईडी के जल जीवन मिशन (जेजेएम) के अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार जांगिड़ के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति मामले में 6 जिलों में एक साथ रेड मारी है। बांसवाड़ा स्थित प्रोजेक्ट ऑफिस समेत जयपुर शहर, पावटा-कोटपुतली, मोजमाबाद -जयपुर, अजमेर, उदयपुर, मालपुरा टोंक के 14 ठिकानों पर एक साथ दबिश दी है।
यहां से अशोक कुमार के साथ उसके बेटे, पत्नी के नाम करोड़ों की खनिज लीज, मशीनें, फॉर्म हाउस और दुकानों के दस्तावेज मिले हैं। शुरुआती जांच में ही 11.50 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्तियों का खुलासा हुआ, जो उनकी आय से 161% ज्यादा है। बांसवाड़ा में एसीबी की टीम ने हाउसिंग बोर्ड स्थित पीएचईडी के जेजेएम कार्यालय और रतलाम रोड स्थित पांच नंबर पर एलएनटी के गेस्ट हाउस पर सर्च की कार्रवाई की। अशोक कुमार एलएनटी के गेस्ट हाउस में ही रहता था। ऑफिस और गेस्ट हाउस को चारों तरफ से सील कर दिया है। एसीबी बांसवाड़ा के एएसपी ऋषिकेश मीणा ने बताया कि बांसवाड़ा के दोनों स्थानों पर दस्तावेज जब्त किए गए।
जांगिड़ पर भिवाड़ी उप पुलिस अधीक्षक परमेश्वर लाल ने आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है। अशोक यहां पर नवंबर 2024 से पोस्टेड था। एसीबी की टीमों में 250 अफसर व जवान शामिल थे। पीएचईडी के अन्य अधिकारियों से भी पूछताछ की। विभाग में अशोक इतना बड़ा नाम हो चुका कि उसे सम्राट अशोक के नाम से ही बुलाते थे। अशोक जांगिड़ के अधीन बांसवाड़ा में जेजेएम में करीब 3 हजार करोड़ के प्रोजेक्ट चल रहे हैं। बांसवाड़ा आने से पहले डूंगरपुर और सागवाड़ा में आरयूआईडीपी प्रोजेक्ट में एसई पद पर था।
डूंगरपुर में 210.81 करोड़ और सागवाड़ा में 115.12 करोड़ का प्रोजेक्ट चल रहा है। मार्च 2023 में शुरू किए ये प्रोजेक्ट मार्च 2026 में तक पूरा करना है, लेकिन प्रोजेक्ट पर अब तक 50 फीसदी काम भी नहीं हुआ है। डूंगरपुर से बांसवाड़ा आने के बीच में करीब 3 माह तक राजस्थान नेशनल हाइवे में प्रोजेक्ट ऑफिसर पद पर भी रहा। इस दौरान इन्होंने बांसवाड़ा, डूंगरपुर से होकर गुजर रहे एनएच-927 रतलाम-स्वरूपगंज नेशनल हाइवे का काम भी देखा था।
