चिकित्सा संसाधनों का सही उपयोग नहीं करने पर संभागीय आयुक्त हुए नाराज

समीक्षा बैठक में विभागीय खामियां देखी और सुधारने के दिए निर्देश
संभागीय आयुक्त राजेंद्र भट्ट ने गुरुवार काे जिला कलेक्टर सभागार मेें सरकार की फ्लैगशिप याेजनाओं की समीक्षा बैठक ली। उन्हाेंने अपने विभागाें की प्रगति व याेजनाओं का पीपीटी के जरिए प्रजेंटेशन दिया। संभागीय आयुक्त ने काफी बारिकी से उसकी समीक्षा करते हुए खामियाें काे इंगित किया। लक्ष्याें काे पूरा करने के लिए उनमें आवश्यक सुधार के लिए प्रभावी मार्गदर्शन दिया और तत्काल कार्यवाही करने के निर्देश दिए। बैठक में सबसे ज्यादा फाेकस चिकित्सा विभाग पर रहा। काेविड-19 की संभावित तीसरी लहर की तैयारियाें काे लेकर चिकित्सा विभाग की बड़ी चूक काे गंभीरता से लिया। जिले में चिकित्सा विभाग के संसाधनाें का समुचित उपयाेग नहीं किए जाने पर नाराजगी व्यक्त की। बैठक से पूर्व वाग्धरा संस्था की ओर से बच्चों की पाेषण याेजना से संबंधित पावर प्रंजेटेशन दिया गया। न जांच, न दवा- सर्वे का उद्देश्य ही खत्म हाे गया : सीएमएचओ डाॅ. हीरालाल ताबियार ने बताया कि 6 अगस्त तक चिकित्सा विभाग ने पूरे जिले में एक सर्वे कराया था। उन्हाेंने सर्वे की रिपाेर्ट भी पेश की, जिसमें 14,15 काॅलम थे। इस सर्वे में 2147 काेविड से संबंधित लक्षणाें के राेगी पाए गए थे। संभागीय आयुक्त भट्ट ने सीएमएचओ से पूछा कि इन राेगियाें का स्पाॅट पर रेपिड काेविड टेस्ट कराया या नहीं। सीएमएचओ ताबियार का जवाब था, नहीं। इस पर भट्ट ने कहा कि फिर ऐसे सर्वे का क्या मतलब निकला।
जिले में टूरिज्म को बढ़ावा देने पर दिया जोर
पर्यटन विभाग के अधिकारी से नाराजगी भरे लहजे में संभागी आयुक्त ने कहा कि आपने एक बार चाचा काेटा का प्राेजेक्ट बना कर आगे भिजवा दिया। उसके बाद गंभीरता से प्रयास क्याें नहीं किए, कलेक्टर से क्याेें नहीं कराए। टापू ताे पहले से ही खूबसूरत है। वहां पर ट्यूरिज्म काे बढ़ावा देने के लिए कुछ करना चाहिए। जल जीवन मिशन के तहत घर-घर पेयजल आपूर्ति के लिए काम कर रहे जलदाय विभाग सहित दाे अन्य विभागाें काे निर्देश दिए कि वे कई जगह काम शुरू करने की बजाय पहले एक गांव, पंचायत या ब्लाॅक में काम पूरा करें। इसके बाद दूसरे स्थान पर काम शुरू करें। जिला परिषद सीईओ से कहा कि यह अच्छी बात है कि बांसवाड़ा जिला महानरेगा में राेजगार देने में देश में पांचवें स्थान पर है। बारिश खत्म हाेते ही ज्यादा से ज्यादा लाेगाें काे राेजगार दें। माही विभाग के कार्याें की समीक्षा के दाैरान संभागीय आयुक्त ने पिछले चार सालाें से इंटेक का काम पूरा नहीं हाेने पर नाराजगी व्यक्त की। बैठक में कलेक्टर अंकित कुमारसिंह, एडीएम नरेश बुनकर, सीईओ भवानीसिंह पालावत, उपवन संरक्षक हरिकिशन सारस्वत समेत तमाम विभागों के अधिकारी व प्रतिनिधि, वाग्धरा के सचिव जयेश जोशी मौजूद रहे।
सीएमएचओ व पीएमओ अलग-अलग आंकड़ाें से गुमराह कर रहे
संभागीय आयुक्त ने काेविड बेड की स्थिति की जानकारी मांगी ताे सीएमएचओ व पीएमओ दाेनाेें ने जाे संख्या बताई। उनमें काफी अंतर था। इस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्हाेंने कहा कि इसका मतलब मीडिया, चीफ सेकेट्री सहित सभी काे सही जानकारी नहीं दी जा रही। ऐसा नहीं हाेना चाहिए। उन्हाेंने एमजी चिकित्सालय मेंं साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने काे कहा। संभागीय आयुक्त ने इस बात पर गहरी नाराजगी व्यक्त की कि जिले में 22 एक्सरे मशीनें हैं। जिनमें से केवल 6 जगहाें पर एक्सरे हाे रहे हैं। बाकी मशीनें बंद पड़ी है। इन मशीनाें काे उपयाेग में लेने के लिए कुछ कराे। स्टाफ काे ट्रेंड कराे।