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जी.एन.गोल्ड कंपनी के मेनेजर मनोज तिवारी को धोकाधडी के प्रकरण में किया गिरफ्तार

जी.एन.गोल्ड कंपनी के मेनेजर मनोज तिवारी को धोकाधडी के प्रकरण में किया गिरफ्तार
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जी.एन.गोल्ड कंपनी के मेनेजर मनोज तिवारी को धोकाधडी के प्रकरण में किया गिरफ्तार (G.N Gold  company manager arrested)
Banswara October 19, 2015 जी.एन.गोल्ड कंपनी के मेनेजर मनोज तिवारी को हजारो लोगो के साथ की धोकाधडी  (दुगुने करने के नाम से लिए लोगो से पैसे के प्रकरण) में किया गिरफ्तार...

आनन्द शर्मा पुलिस अधीक्षक बांसवाडा ने बताया आज दिनांक 19.10.2015 को जी.एन.डी. इण्डिया कम्पनी के बांसवाडा ब्रान्च मैनेजर मनोज तिवारी पिता धर्मराजसिह ग्राम सपह, पोस्ट रूपोली जिला रीवा मध्यप्रदेश को गिरफतार किया गया है। मनोज तिवारी से प्रकरण में उल्लेखीत 82 ग्राहको के कम्पनी में जमा कराये पेमेन्ट की राशी करीब 8.50 लाख रूपये के बैंक ड्राप्ट बरामद किये गये। जिससे अनुसंधान किया जा रहा है। कम्पनी के वकील ने प्रार्थी को कम्पनी के मैनेजर मनोज तिवारी के बांसवाडा ब्रान्च से जमा कराई  गयी सम्पुर्ण राशी लगभग 4.50 करोड़ निर्धारित समय अवधि में लौटाने का समझौता पत्र पेश किया जिससे बांसवाडा के लोगो की राशी जी. एन. डी कम्पनी, द्वारा शिघ्र ही लौटा दी जायेगी।  इससे हजारो ग्राहको के रूपये शिघ्र ही प्राप्त होने की सम्भावना हैं। कम्पनी के डायरेक्टर्स के खिलाफ अनुसंधान जारी हैं।

आनन्द शर्मा पुलिस अधीक्षक बांसवाडा ने बताया कि दिनाक 15.02.2015 को प्रार्थी श्री आनन्द पंचाल पिता गोतमलाल पंचाल उम्र 42 साल निवासी अगरपुरा थाना गढी ने उपस्थित थाना हो लिखित रिपोर्ट पेश कि की मैने व मेरे एंव रिश्तेदारों ने और परिचित लोगो से जी एन गोल्ड लिमिटेड शाखा बांसवाडा जो कि जयपुर एंव जनकपुरी नई दिल्ली द्वारा संचालित थी के उक्त कर्मचारीयो द्वारा लुभावनी शर्ते व स्कीम बताई गई और यह विश्वास दिलाया गया कि आप लॉन हमारी कम्पनी जी एन गोल्ड लिमिटेड के फोल्डर में बताई गई शर्तो के अनुसार अपना रुपया लगाओगे तो आपको काफी आर्थिक लाभ होगा एवं रोजगार भी उपलब्ध होगा। यह कि जी एन गोल्ड लिमिटेड की स्कीम 2008 माह जून में बांसवाडा में हाउसिंग बोर्ड चैराया स्थित रीछ टावर सेकेण्ड फ्लोर पर प्रारम्भ की गई। प्रारम्भ के समय अभियुक्त मनोज तिवारी एवं अशोक माली को कम्पनी ने स्कीम प्रारम्भ करने हेतु नियुक्त किया प्रारम्भ के समय उक्त दोनो अभियुक्तगणो ने कम्पनी से सम्बन्धित अन्य स्कीम जो भारत में कई राज्यो व क्षैत्रो मे स्थापित होकर संचालित की जा रही है के बारे में बताया और उससे सम्बन्धित फर्जी दस्तावेज व फोटोग्राफ दिखाए और विश्वास दिलाया कि तुम्हारा और तुम्हारे लोगो को निवेश रुपयो के साथ धोखा नही होगा। इस प्रकार उनके द्वारा बताये गये दस्तावेजो एंव फोटोग्राफ जो की इस प्रार्थना पत्र के साथ सलग्न है को  देखकर हम लोगो में विश्वास पैदा हुवा और फिर हम लोगो ने जून 2008 से जी एन गोल्ड लिमिटेड में कार्य प्रारम्भ किया और अभी तक हम लोगो का रुपया स्कीम (आई जी एस-1) पांच साल के लिए रुपया जमा करवाया. उस वक्त ब्राचं मेनेजर मनोज तिवारी व अशोक माली कार्यरत थे जिनको हमने उक्त स्कीम में सदस्यो के  रुपये जमा करवाये व हम जी एन गोल्ड स्कीम ब्रांड जारी किये गये। जिनकी परिपक्वता अवधि 5 वर्ष की थी कि अब स्कीम अवधि पूर्ण होने के पश्चात ब्रांड परिपक्व राशी मागने पर उक्त कम्पनी द्वारा परिपक्वता राशी के भुगतान हेतु चैक दिये गये। जिनको भुगतान हेतु हमारे सदस्यो ने अपने अपने खातो में जमा कर राशी प्राप्त करने प्रयास किया तो बैको ने जी एन गोल्ड लिमिटेड द्वारा दिये चैक बाउन्स (खाते मे राशी नही होने से) कर दिये गये। जिससे हम सदस्यो को स्कीम में लगाये रुपये प्राप्त नही हो सके। जिस पर हम सब ने मिलकर नई दिल्ली स्थित मुख्य ब्रांच में राशी प्राप्त हेतु सम्पर्क किया तो वहा के कर्मचारीयो/सचांलनकर्ता ने कोई सन्तोषप्रद जवाब नही दिया और अभी तक उक्त कम्पनी द्वारा परिपक्वता राशी हमे नही लोटाई गई है और भविष्य मे लौटाई जाने की सम्भावना नही है। इस तरह उक्त कम्पनी के अभियुक्त गणो द्वारा षडयंत्र रचकर अभी तक मेरे व सदस्यो की करीब दो तीन करोड़ रुपये उक्त कम्पनी के पास है। जिन्हे उक्त कम्पनी द्वारा देने से इन्कार कर दिया है। यह कि उक्त कम्पनी ने लुभावनी शर्तों के साथ मेरा व अन्य सदस्यो का फर्जी तरीके से करोडो़ में रुपया जमा करवा लिया है और अब धोखा देने की नियत से स्कीम में जमा राशी को लौटाने से इन्कार कर दिया है। सदस्यो की सूचि व अन्य दस्तावेज प्रार्थना पत्र के साथ सलग्ंन है। इस तरह कम्पनी द्वारा हमारे साथ धोखा किया है। मेरे व अन्य सदस्यो द्वारा उक्त कम्पनी में स्कीम के तहत दि गई राशी को कम्पनी द्वारा हडप करने का पूर्ण अंदेशा है। इसलिए उक्त अभियुक्तगणो के साथ साथ जो भी इसके दोषी है से हमारी जप्त शुदा राशी जो की करोडो में है, दिलाई जावे एंव इनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही कि जावे। कम्पनी की ओर से आज तीन लोग बांसवाडा ब्राचं पर सर्वे करने के बहाने आये है। ब्रांच बंद कर यहा से भागने की फिराक में है। कम्पनी की ओर से उतरदाई व्यक्ति है। जो श्री विरसेन जैन, हरजीत सिहं सिख, दिनेष है। जो कम्पनी की ओर से सर्वे कर बंद करके भाग जाने वाले है। 

फर्द जप्ती अनादरित चैक 1 से लेकर 68 दिनाक 17.02.15 बनाई गई। जी एन डी गोल्ड लिमिटेड के ब्रान्च ऑफिस बांसवाडा से कम्पनी के दस्तावेज बरामद किये। कम्पनी के गिरफतारशुदा कर्मचारी 1 श्री विरसेन जैन पिता सुन्दर लालजी जैन उम्र 62 साल निवासी रोहिणी मकान न 106 सेक्टर न 9 नई दिल्ली थाना प्रसान्त विहार 2 श्री हरजित सिहं सिख पिता सुखदेव सिहं जाति सिख उम्र 34 साल निवासी तिलक नगर मकान न डब्लू जेड 06 कृष्णा नगर थाना तिलक नगर नई दिल्ली 3 श्री दिनेश पिता स्व रुपलाल जाति सोकरीया उम्र 26 साल निवासी करोल बाग मकान 10549 मानक पुरा थाना करोल बाग दिल्ली से रिपोर्ट फॉर लिस्ट ऑफ़ कलेम्प एफ एफ टी रिसिवड की लिस्ट जी एन डी ईण्डिया लिमिटेड जिसमे बांसवाडा के ग्राहको का विवरण अकित है जो दिनाक 01.01.10 से 14.02.15 तक पेज न 1 से 65 जिसमे ग्राहको के पेमेन्ट सम्बन्धी विवरण है जप्त कि गई। दिनाक 16.02.15 को इनको गिरफतार कर अनुसंधान किया गया। प्रकरण में दिनाक 24.02.15 को ग्राहको के अनादरित चैक 1 से 17 तक की जप्ती की गई। ब्रान्च ऑफिस बांसवाडा का घटना स्थल बनाया गया। बैक ऑफ़ बड़ोदा, एवं बैक ऑफ़ इण्डिया से खाता न 27600200000363, एंव खाता नम्बर 606920110000321 के सम्बन्ध में रिकार्ड मिले। 

                 प्रकरण में दौराने अनुसंधान आवश्यक रिकार्ड व कम्पयूटर डाटा स्टैटमेण्ट लिस्ट ली गई व दिगर सम्बन्धित रिकार्ड हासिल किया गया। बैक ऑफ़ बडौदा डी सी जनकपुरी, बैक आफॅ इण्डिया उत्तमनगर दिल्ली से कम्पनी के खातो का रिकार्ड प्राप्त किया गया। कम्पनी डायरेक्टर्स के बारे मे दस्तावेज प्राप्त किये गये। जी एन डी कम्पनी से जरीये डाक सूचना व दस्तावेज प्राप्त किये। दौराने अनुसंधान 84 लोगो के अनादरित चैक जप्त किये गये। कम्पनी सम्बन्धी दस्तावेज जप्त किये गये। तपतीष से पाया गया कि कम्पनी व कम्पनी के कर्मीयो द्वारा आकर्षक योजना बनाकर आम लोगो से अपनी कम्पनी में धन जमा करवाया गया निर्धारित समयावधि में लोगो को रुपये नही लौटाये व कम्पनी द्वारा दिये गये चैक सभी जगह डिस ऑनर हो गये या अनादरित हो गये रिकार्ड सलग्न है। सैकडो लोगो के चैक भुनाये नही जा सके। एक वर्ष की समयावधि व्यतित हो जाने के बावजूद भी कम्पनी द्वारा पैमेन्ट नही किया गया। अनादरित चैको की फर्द जप्ती सलग्न पत्रावली है। अनुसंधान से स्पष्ट हुवा है। कि जी एन गोल्ड कम्पनी ने कई बार अपने नाम भी परिवर्तित किये है। एंव लोगो को गुमराह कर रही है। कम्पनी द्वारा अनादरित चैको को भुगतान बताया गया है। जबकि उपभोक्ता के वह चैक अनादरित हो चुके है। इस प्रकार कम्पनी द्वारा आम लोगो के साथ भारी धोखा करना पाया गया है।

इस सम्बन्ध मे दिनांक अनुंसधान जारी है। इस प्रकार गिरफतार शुदा लोगो 1 श्री विरसेन जैन पिता सुन्दर लालजी जैन उम्र 62 साल निवासी रोहिणी मकान न 106 सेक्टर न 9 नई दिल्ली थाना प्रशान्त विहार 2 श्री हरजित सिहं सिख पिता सुखदेव सिहं जाति सिख उम्र 34 साल निवासी तिलक नगर मकान न डब्लू जेड 06 कृष्णा नगर थाना तिलक नगर नई दिल्ली 3 श्री दिनेष पिता स्व रुपलाल जाति सोकरीया उम्र 26 साल निवासी करोल बाग मकान 10549 मानक पुरा थाना करोल बाग दिल्ली को गिरफतार किया जाकर न्यायालय मे पेष किया जो न्यायिक अभिरक्षा मंे भेजा गया। जिनके खिलाफ धारा 420. 406. 467. 468. 471. 120 बी भादस व 3,4,5 ईनामी चिट एंव धन परीचालन स्किम अधिनियम 1978 का अपराध बखूबी प्रमाणित होता है। 

             मामले में धारा 173(8) सी आर पी सी के तहत कम्पनी के डायरेक्टर्स  1-तरसेम सिह पिता सतनाम सिह निवासी मकान न 62 गावं कालार तहसील बटला जिला गुरदासपुर पंजाब 143505, 2-कमल जीत सिह पिता सागर सिह निवासी 89 गंगोत्री अप्रार्टमेन्ट नई दिल्ली 110018,  3 -मिस्टर नरेन्द्र सिह पिता जसवन्त सिह निवासी हिसार हरियाणा एवं बांसवाडा जी एन गोल्ड ब्रान्च के कर्मी मनोज तिवारी ब्रान्च मेनेजर, अशोक माली, एंव सुरेश चौधरी चैधरी के खिलाफ अनुंसधान जारी है।

आज दिनांक 19.10.2015 को जी.एन.डी. इण्डिया कम्पनी के बांसवाडा ब्रान्च मैनेजर मनोज तिवारी पिता धर्मराजसिह ग्राम सपह, पोस्ट रूपोली जिला रीवा मध्यप्रदेश को गिरफतार किया गया है। मनोज तिवारी से प्रकरण में उल्लेखीत 82 ग्राहको के कम्पनी में जमा कराये पेमेन्ट की राशी करीब 8.50 लाख रूपये के बैंक ड्राप्ट बरामद किये गये। जिससे अनुसंधान किया जा रहा है। कम्पनी के वकील ने प्रार्थी को कम्पनी के मैनेजर मनोज तिवारी के बांसवाडा ब्रान्च से जमा कराई  गयी सम्पुर्ण राशी लगभग 4.50 करोड़ निर्धारित समय अवधि में लौटाने का समझौता पत्र पेश किया जिससे बांसवाडा के लोगो की राशी जी. एन. डी कम्पनी, द्वारा शिघ्र ही लौटा दी जायेगी।  इससे हजारो ग्राहको के रूपये शिघ्र ही प्राप्त होने की सम्भावना हैं। कम्पनी के डायरेक्टर्स के खिलाफ अनुसंधान जारी हैं।


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